भारत हो या कोई भी देश हो हर माता पिता अपने बच्चों को असीम प्रेम करते है जिसका ऋण कोई भी नहीं
उतार सकता । पर असीम प्रेम करने पर बच्चों पर क्या क्या भीत सकती है शायद वो भी नहीं सोचते । मै एक ऐसा ही वाक्या बताने जा रहा हूँ ।
यदि आपके 2 बच्चें है और कोई विपत्ति या आपदा आती है जिसमें आप या तो अपने अपने आप को बचाकर दोनों बच्चों में से किसी एक को खो देगा ।
और यदि आप अपने प्राणों को खोते है तो दोनों बच्चों को बचा सकते है तो शायद कोई ही माता पिता हाेगें जो ये सोचेगें वाे अपनें दोनों बच्चों को बचाने के लिये अपने प्राण त्याग देगें ।पर क्या यह सही है मेरा यही सवाल है ? यदि वो अपने जीवन को त्यागते है तो दोनों बच्चों का भविष्य क्या होगा ?
क्या वो इस समाज में बिना अच्छी परवरिश के अपने जीवन का निर्वाह कर लेगें ? क्या वो सही मार्ग पर चल पायेगें ? क्या वो आपके बिना सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर चल पायेंगे । क्या वो बच्चें आपके बिना रह पायेगें ?
क्या वो बच्चें किसी फूटपाथ पर भीख मांगते नजर आयें ? शायद ही ऐसा हो पायें क्यूकि अच्छी परवरिश ही इस सब में भागीदार है ।
और यदि आप अपने आपको बचाते है तो शायद आप अपने एक बच्चें का भविष्य तो सुधार सकते है ।
मेरा यही सवाल है आपसे क्या आप अपने दोनों बच्चों को बचाकर अपने प्राण त्याग देंगें या अपने आपको बचाकर कम से कम 1 बच्चें को तो आप अच्छा भविष्य देगें ?