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काव्यांशा की कवितायें

Sarita Mishra Pathak(काव्यांशा)

12 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
4 पाठक
8 मई 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

In this book,you all will find various beautiful poems and 1 article written by me..you all will definitely enjoy reading them.. 

kavyansha ki kavitayen

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पुस्तक के भाग

1

#जहां चाह वहां राह"

6 अप्रैल 2022
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Follow me on shabd.in and read my poems.. जहां चाह वहां राह ये एक कहावत ही नही है ,,अपितु ये मनुष्य की इच्छा शक्ति और मेहनत पर र्निभर करती है वो अपनी विषम विपरीत परिस्थियों में भी अपनी मंजिल या अपनी र

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"जीवनसंगिनी"

30 अप्रैल 2022
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   !!जीवनसंगिनी!! तुम साथ न होती तो मेरा जीवन सफल न होता  तुम साथ न देती तो मेरा जीवन सरल न होता  तुम्हारा साथ ऐसे है जैसे  नदी की धारा और किनारा तुमने साथ दिया  ऐसे जैसे गगन में चमके चंदा और सितारा 

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दिलरुबा

6 मई 2022
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बस इतनी ही आरज़ू थी कि कोई दिलरुबा मिले जो भी मिले बस इक वफ़ा मिले .. बस दिल का शुकूं मिले तू ही तू मिले अब इतनी आरज़ू है तू इम्तहां मिले हर बार हो गुफ्तगूं हर बार तू ही मिले.. जो वक्त आये जिंदगी का

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घर एक बगीचा

6 मई 2022
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घर एक बगीचा होता पिता  होते विशाल वटवृक्ष समान मां होती उसकी छांव भाई बहन होती शाखाएं यही होता है हमारा प्यारा सा घर संसार मां की ममता बड़ी ही प्यारी होती सारे जग से न्यारी ,, पापा के प्यार का कोई मो

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मेरा भारत महान

6 मई 2022
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मेरा भारत महान यहीं तो है गीता बाईबल और कुरान मेरा भारत महान जहां ऋषि मुनियों की है तपोभूमि हैं यहां चारो धाम मेरा भारत महान जहां है पवित्र नदियों का संगम हैं वेद पुराण है मेरा भारत महान ,, जहां श्र

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सम्मान

7 मई 2022
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करो सम्मान अपने माता-पिता का न दुखाओ दिल कभी अपनों का सम्मान से झलकते हैं संस्कार सम्मान से मिलता है प्यार आशीर्वाद ,, सम्मान करोगे जब किसी का तो तुमको भी मिलेगा गौरव प्राप्त ,, सम्मान करो हर नारी का

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!!मां!!

8 मई 2022
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     !!मां!! कभी पेट में मारी होगी लात तो कभी गोदी में भी सताया होगा मां तुमनें तो हर दर्द सहकर ‌अपनें हाथों से गोदी में खिलाया होगा.. जब भी लगती होगी भूख तो तुमने अपने खाने का हर कतरा अपने स्तन से

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मेरे शहर

8 मई 2022
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मेरे शहर की हर बात निराली है कुछ खास हैं कुछ नही फिर भी हर बात निराली है ,, बहुत सी भाषाओं का  संगम है हैं सभी तरह के लोग लोकल ट्रेन लाइफ लाइन है ,, रात भी जगती है यहां दिन भी जगता है बड़े-बड़े तूफा

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भरोसा

8 मई 2022
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करके भरोसा तुमपे बहुत पछतायी हूं रोई हूं बहुत  पाकर धोखा तुमसे कई बार ,, किये थे वादे तुमने नहीं तोड़ोगे भरोसा कभी ,, मुकर गये हो तोड़ कर भरोसा कई बार ,, नही फितरत है मेरी विश्वास तोड़ने की तो क्यूं

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शेरावाली माता

8 मई 2022
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तू जननी तू कल्याणी तू मां है शेरोंवाली महिमा तेरी बड़ी निराली तू जननी तू पालनहारी ,, दुष्टों का तू संहार है करती भक्तों पर तू कृपा है करती तू जननी है जगत की माता तुझको तो हरि विष्णु ब्रह्मा हैं ध

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परिवार

8 मई 2022
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रिश्तों की अनमोल डोर होता है परिवार ,, मिलजुलकर जहां रहते हैं सभी प्रेम से वही होता है परिवार.. दादा-दादी नाना-नानी मामा-मामी चाचा-चाची सबका होता है सहयोग और प्यार इसको ही कहते हैं परिवार ,, आजकल सब

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एकता

8 मई 2022
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बंद‌ करो मारामारी दूर करो दुविधा सारी क्यूं करते हो झगड़ा लड़ाई कर लो ,, आपस में एकता साझेदारी अनबन में कुछ नही एकता होती बलशाली हर प्रयास सफल हो जाते हैं जब होती है एकता हमारी ,, हर किसी का भविष्य

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