shabd-logo

Nalini Singh के बारे में

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Nalini Singh की पुस्तकें

Nalini Singh की डायरी आरजू

Nalini Singh की डायरी आरजू

मुझे आरजू बस तेरी है तू वफ़ा की मुरीद बन जा बस मेरे लिए मेरी वफाओं का हिसाब ना ले कहीं

4 पाठक
2 रचनाएँ

निःशुल्क

Nalini Singh की डायरी आरजू

Nalini Singh की डायरी आरजू

मुझे आरजू बस तेरी है तू वफ़ा की मुरीद बन जा बस मेरे लिए मेरी वफाओं का हिसाब ना ले कहीं

4 पाठक
2 रचनाएँ

निःशुल्क

आरजू

आरजू

आरज़ू है मेरी बस ये रहूं तेरी पनाहो में। गुजर जाए कई सदियां रहूं मैं तेरी बांहों में। तेरी सांसों की खुशबू से महक जाए मेरी सांसे। कभी तनहा नहीं गुजरे तुम्हारे बिन मेरी रातें। मेरे जूड़े के गजरे से तेरी रातें महक जाए। सुना है ये मुहब्बत में कि हर

3 पाठक
3 रचनाएँ

निःशुल्क

आरजू

आरजू

आरज़ू है मेरी बस ये रहूं तेरी पनाहो में। गुजर जाए कई सदियां रहूं मैं तेरी बांहों में। तेरी सांसों की खुशबू से महक जाए मेरी सांसे। कभी तनहा नहीं गुजरे तुम्हारे बिन मेरी रातें। मेरे जूड़े के गजरे से तेरी रातें महक जाए। सुना है ये मुहब्बत में कि हर

3 पाठक
3 रचनाएँ

निःशुल्क

Nalini Singh के लेख

अच्छी सीख

22 अप्रैल 2022
0
0

बच्चों बात बताएं एक,काम सदा करना तुम नेक। कभी लड़ाई तुम मत करना,अनपढ़ बनकर कभी न रहना। नित उठकर तुम करना योग,समय का सदा करना उपयोग।समय की कीमत जिसने जानी,सच में वही तो होते ज्ञानी।समय की कीम

स्त्री एक अभिमान

31 मार्च 2022
1
1

<div>मैं अपना स्वाभिमान लेकर आई थी तुम्हारे घर</div><div>पर तुमने मेरे स्वाभिमान को ही अभिमान समझ लिया</div><div>अभिमन वा स्वाभिमान में फर्क तो बहुत है</div><div>पर वह फर्क तुम्हें न दिखा।</div><div>म

भारतीय कृषक

30 मार्च 2022
0
0

कलुषित विचारों से कोसों दूर,सुख सुविधाओं से भी सदा रहा वंचित।हर एक किसी का पेट भरने वाला,क्या कभी किसी ने भी, देखा उसका भी निवाला।स्वयंसिद्धा है वह, वह नहीं किसी पर भी बोझ। उसके भोलेपन का फायदा,स

*रंगमंच*

30 अक्टूबर 2021
3
2

<div><b><i>जीवन के इस रंगमंच में,</i></b></div><div><b><i>

*रंगमंच*

30 अक्टूबर 2021
1
0

<div><b><i>जीवन के इस रंगमंच में,</i></b></div><div><b><i>

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए