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आखिरी सांस's Diary

आखिरी सांस

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©प्रकाशक आखिरी सांस:- कब तक प्रकाशन २०२२ मोबाइल:-8194030447 ईमेल: deepaksati060@gmail.com वेबसाइट:-infoagriculture.com नेतृत्व:- अगर आप डरते नहीं होते तो आप क्या करते? भले ही मैं एक पारंपरिक घर में पला-बढ़ा हूं, लेकिन मेरे माता-पिता की मुझसे, मेरी बहन और मेरे भाई से वही उम्मीदें थी हम चारों को स्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने, समान काम करने और पाठ्येतर गतिविधियों में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित किया गया हम को एथलेटिक भी होना चाहिए था। मेरे भाई और बहन खेल टीमों में शामिल हुए, लेकिन मैं वह बच्चा था जिसे जिम में अंतिम बार चुना गया था।जोकि मेरा पूरा बचपन अपने ननिहाल में व्यतीत हुआ तथा नर्सरी [२००४]से स्नातक[२०१९ ]तक की शिक्षाग्रहण का समयचक् ननिहाल स ही प्रारंभ हुआ था।। जब मैं २०१६ में कॉलेज पहुंचा, तो मेरे सहपाठियों ने समान रूप से शिक्षाविदों पर ध्यान केंद्रित किया। मुझे अपने भविष्य के करियर के बारे में स्त्री छात्रों से अलग तरीके से सोचना याद नहीं है। मुझे किसी दिन काम और बच्चों को संतुलित करने के बारे में कोई बातचीत भी याद नहीं है। पुरुषों और महिलाओं ने कक्षाओं, गतिविधियों और नौकरी के साक्षात्कार में एक दूसरे के साथ खुले तौर पर और आक्रामक रूप से प्रतिस्पर्धा की। मेरी दादी से बस दो पीढ़ियाँ दूर, खेल का मैदान समतल लग रहा था। लेकिन मेरे कॉलेज के स्नातक होने के ३साल से अधिक समय बाद, दुनिया बहुत अधिक विकसित हो गई जितना मुझे विश्वास नहीं था। मेरे लगभग सभी सहपाठी पेशेवर सेटिंग में काम करते हैं। मेरी कुछ सहपाठी पेशेवर सेटिंग में काम करते हैं। मेरे कुछ सहपाठी घर के बाहर पूर्णकालिक या अंशकालिक काम करते हैं, और उतना ही घर पर रहने वाली माताएँ और मेरी माँ की तरह स्वयंसेवक हैं। और काफी शिक्षित भी।।यह राष्ट्रीय प्रवृत्ति को दर्शाता है। अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में, उच्च प्रशिक्षित महिलाएं वापस बढ़ रही हैं और उच्च संख्या में कार्यबल से बाहर हो रही हैं। बदले में, ये विचलन प्रतिशत संस्थानों और आकाओं को पुरुषों में अधिक निवेश करने के लिए सिखाते हैं, जिनके रहने की सांख्यिकीय रूप से अधिक संभावना ह।। ®प्रकाशन विषय अध्याय१-फासला छण भर का अध्याय२-जीने की ख्वाहिश अध्याय ३- जुते सरकार के अध्याय४- लोग पागल कहते है जाने क्यों? अध्याय ५- अनकही बाते अध्याय६- शोर  

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