वर्तमान समय में, रिश्तों को निभाना एक अत्यंत मुश्किल कार्य हो गया
हैं क्योंकि लोगों के पास रिश्ते निभाने का समय ही नहीं हैं। जीवन की
आपाधापी में छोटी-छोटी बातों पर रिश्तें बिखरने लगते हैं। रिश्तों की डोर
बेहद नाज़ुक होती हैं, जिसे बहुत सहजने की जरूरत होती हैं। आज के समय में,
परिवार और ऑफिस के बीच रिश्तों को निभाना एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया हैं।
मीडिया में आये दिन ऐसी खबर छाये रहती हैं, जिसे पढ़ कर लगता हैं की रिश्तों में तनाव आना तो आम बात हो गयी है । प्रत्येक दिन, आपको रिश्तों में अनबन की खबरें सुनने व देखने को मिल जायेगी। पति-पत्नी में तकरार, सालों- साल पुरानी दोस्ती का मामूली सी बात पर टूट जाना और ऐसे अनेक किस्से रोज देखने व सुनने को मिलते है।
सम्बन्ध विशेषज्ञों का मानना है कि
रिश्तों के प्रति हमें हमेशा अपनापन व प्यार का भाव रखना चाहिए क्योंकि
रिश्तें अपनेपन व प्यार से संवरते है तथा जोर-जबरदस्ती से बिगड़ते हैं।
रिश्तों को संवारने तथा सहेजने के लिए कुछ टिप्स:
- रिश्तों को सहेजने के लिए हमें दूसरों की गलतियों को माफ़ करना सीखना चाहिए तथा स्वयं गलती हो जाने पर दूसरों से माफ़ी मांगने का हुनर आना चाहिए।
- रिश्तें भावनाओं पर निर्भर होते हैं, अतः उनके आगे हमें छोटी-छोटी बातों को महत्व नहीं देना चाहिए।
- सहनशीलता के द्वारा हम रिश्तों को संवार सकते है, ये एक ऐसा गुण हैं जिसके द्वारा हम दूसरों के द्वारा दी गयी कडुवाहट के बदलें मधुरता ही बिखेरते हैं।
- रिश्तों को संवारने में आपका व्यवहार बहुत महत्वपूर्ण हैं अतः ये आवश्यक है कि अपने प्रियजनों के साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार किया जाएँ।
- प्रेम, आत्मीयता, सहनशीलता, वो भावनाएं हैं जिनके द्वारा हम रिश्तों को और भी खूबसूरत बना सकते हैं।
हालाँकि, हर रिश्ता अपने आप में खूबसूरत हैं और उसे निभाने के लिए हमें प्रयासरत रहना चाहिए।