22 जनवरी 2018
प्रिय मोहित जी -- बहुत अच्छी खबर है | आदरणीय परशुराम शर्मा जी-- बहुत भग्यशाली हैं आप जो वे आपके साथ होंगे | कई साल पहले मैंने किन्नरों की वेदना को उजागर करती एक अनुपम कृति '' पुकार पढ़ी थी जिसे मैं अपने जीवन की पढ़ी सर्वोत्तम किताबो में से एक मानती हूँ | हो सके तो मेरी शुभकामनाएं उन तक अवश्य पहुंचा दे | आशा है जल्द ही उस इवेंट पर लेख पढने को मिलेगा | -- कभी जवाब नहीं मिलता आपको ओर से पता नहीं चलता जो लिखा है वो आपने पढ़ा भी है या नहीं | ये तो साहित्यिक शिष्टाचार नहीं मेरे भाई --
25 जनवरी 2018