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अयोध्या में राम !

2 अगस्त 2020

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अयोध्या में राम !

भगवान राम तुलसी हृदय में बसते राम ,

तुलसी हृदय में राम।

सब में रमते हैं श्री राम,

जो हैं तुलसी के राम।

तुलसी ने काशी रहकर रामायण रचते ।

रामचरित्र मानस को भजते

श्री राम राम तुलसी जपते ।

तुलसी के थे राम और,

राम जी के तुलसी।

श्री राम के साथ राम,

भक्त हनुमान ने

गुणगान गाया !

कहते हैं संकटमोचन में,

हनुमान का दर्शन पाया

जहां हनुमान जी का मंदिर है

तुलसी दर्शन पाकर ।

हनुमत प्रभु का बाल रूप

तुलसी दास को भाया।

तुलसी दास जी को काशी में

पंडितों ने बड़ा दुःख ढाया।

राम रचित पांडुलिपि नष्ट करने का

विफल प्रयास दिखाया ।

तुलसी दास ने महाबली के,

बारह मंदिरों का निर्माण कराया।

बाल रूप

सात मंदिर तुलसी घाट पर,

दक्षिणमुखी बनवाया ।

महामारी से निपटने के लिए,

प्रहलाद घाट पर प्रतिमा लगवायी ।

रामचरित्र मानस को प्रारंभ कर,

श्री राम की महिमा गाया।

दोहावली- कवितावली- गीतावली,

पर भी अपना ध्यान लगाया।

काशी में राम मंचन की परंपरा,

उन्होंने कायम फिर से कराया।

चित्र कूट में तुलसी दास ने,

बहुत समय तक बिताया।


अगस्त बीस में राम मंदिर,

निर्माण कार्य पुनः स्थापित हो,

ऐसे में पुन्य क्षेत्र की नदियों का,

जल और सागर से आया।

गोमुख से गंगा जल लेकर ,

गंगा महासभा ने ससम्मान भिजवाया

गंगा सेवानिधी काशी ने,

रामनगर से पवित्र मिट्टी पहुंचाया

देश के सभी पुण्य क्षेत्र से,

विविध पूजन सामग्री अयोध्या

श्री राम मंदिर के लिए आया |

-सुखमंगल सिंह ,अवध निवासी

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रचनाएँ
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अयोध्या की याद आती है प्रतिपल मुझे अयोध्या की याद आती है याद करने को मेरे लिए कुछ भी नहीं बाकी है नाते जन्म - जन्म के, सब हो गये बे गानेऐसा लगे की जैसे ,सब सम्बन्धों की झांकी है न किसी को आना है , न किसी को जाना है आने और जाने में, बात बस जरा सी है छोटी सोच से ऊपर रहके ,बड़ी सोच संग जो रहता प्रकृति के संग -संग जो चलता , प्रकृति उसे अपनाती है मैं सुखमंगल हूँ सभी का मंगल -मंगल मैं चाहूँ समझ लो मेरी यही सोच, मेरे जीवन की थाती है | - सुखमंगल सिंह 'मंगल '
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"अंधेरा ना फटके! "

23 जनवरी 2020
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"अंधेरा ना फटके! " ----------अन्धकार ना आये कुछ ऐसा जातां करो !सेना बन खड़े रहो ऐसी हूंकार भरो | *भारत का बच्चा -बच्चा जब तक पूर्णतया सच का लबादा लेकर ना उठकर जागेगा असत्य- हवा बहेगीहिल- हिल के कांपेगा ? * पाषाण पैच बनाकर सत्य लतियाता मिलेगाबहाने आसमान के वह धकियाता मिलेगाधरा पर आना

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अयोध्या में राम !

2 अगस्त 2020
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अयोध्या में राम !भगवान राम तुलसी हृदय में बसते राम , तुलसी हृदय में राम।सब में रमते हैं श्री राम, जो हैं तुलसी के राम।तुलसी ने काशी रहकर रामायण रचते ।रामचरित्र मानस को भजते श्री राम राम तुलसी जपते ।तुलसी के थे राम और,राम जी के तुलसी।श्री राम के साथ राम, भक्त हनुमान नेगुणगान गाया ! कहते हैं संकटम

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"श्रीराम मंदिर निर्माण और क्षेत्रीय विकास"

19 सितम्बर 2020
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"श्रीराम मंदिर निर्माण और क्षेत्रीय विकास"श्री राम मंदिर निर्माण शुरु हो गया । राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ अयोध्या के विकास पर भी सरकार प्रतिबद्ध है।अयोध्या नगरी में देश का बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बने और धार्मिक पर्यटन स्थलों की योजना पर सरकार कार्य कर रही है।काव्य प्रभाकर के रचयिता जगन्नाथ प्रसाद

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