Baharon Phool Barsao Lyrics of Suraj (1966) is penned by Hasrat Jaipuri, it's composed by Shankar and Jaikishan and sung by Mohammad Rafi.
सूरज (Suraj )
बहारों फूल बरसाओ (Baharon Phool Barsao ) की लिरिक्स (Lyrics Of Baharon Phool Barsao )
बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है क्ष (२)
हवाओं रागनी गाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
हो लाली फुल की मेहंदी लगा इन् गोरे हाथों में उतार ा ए घटा काजल लगा इन प्यारी आँखों में सितारों मांग भर जाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
नज़रों हर तरफ अब तान दो इक नूर की चादर बड़ा शर्मिला दिलबर है चला जाए न शर्मा कर ज़रा तुम दिल को बेहलाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
सजाई है जवान कलियों ने अब यह सेज उल्फत की इन्हें मालूम था आएगी इक दिन रुत मोहब्बत की फ़िज़ाओं रंग बिखराओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है
बहारों फूल बरसाओ मेरा मेहबूब आया है मेरा मेहबूब आया है