फिल्म किल दिल के बावरा गीत शंकर महादेवन और निहिरा जोशी द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत शंकर एहसान लॉय द्वारा रचित है और गीत गुलजार द्वारा लिखे गए हैं।
किल दिल (Kill Dil )
बावरा : शंकरकी लिरिक्स (Lyrics Of Baawra )
कोई अटका हुआ है पल शायद वक़्त में पड़ गया है बल शायद दिल अगर है तो दर्द भी होगा इसका कोई नहीं है हल शायद
बुझ गए तारे हो यारा आसमान काला लगे रे कुछ भी नज़र न आवे अँखियाँ में जाले लगे रे दिल वाली नौकरी ने मारा ओ यारा दिल वाली नौकरी ने मारा ो मीठा लगे अब भी वो
ो ज़िन्दगी उलझा हुआ सौदा है उमरा यह लेता है एक पल दे कर मैं बावरा
हो मरने से मुझे कोई डर तो नहीं हाँ तेरे बिन मुश्किल होगी जीना भी पड़े तो भी मुझको हाँ तेरे बिन मुश्किल होगी सीने में इश्क़ का इक बुझा सा दिया ज़िन्दगी उलझा हुआ सौदा है
[सरगम वोकल्स]
शाम है तो शाम सही रात ना होने देना ास की सांस चलती रहे मौत न होने देना जिन आंखों ने नींद नहीं है उन आँखों में ख्वाब था कोई ख्वाब वह ख्वाब तुम खोने न डी