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भूल मुझे - एक मतला एक शेर

2 अक्टूबर 2021

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मेरा वजूद है मत मान यूँ फिजूल मुझे..!

न हो यकीन तो बेहतर यही है, भूल मुझे..!!


मुझे बदल के जो हासिल भी कर लिया तो क्या..

मैं जिस तरह भी हूँ वैसे ही कर कुबूल मुझे..!!


- कुमार आशू

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शानदार सर 🙏🙏🙏🙏

2 अक्टूबर 2021

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