ऐसे लोग जो HIV-पॉजिटिव हैं. पर उनका इलाज चल रहा है. अगर वो अपने पार्टनर के साथ बिना कॉन्डम सेक्स करें तो वाइरस फैलने के चांसेस बहुत कम हैं. ये एक अमेरिकन रिसर्च का दावा है.
खासकर उन लोगों में जो कि हेट्रोसेक्शुअल हैं. यानी कि ऐसे केस जिनमें मेल और फीमेल आपस में सेक्स करते हैं, न कि मेल-मेल या फीमेल-फीमेल. ये स्टडी जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) में छपी है. जिन्होंने 900 स्ट्रेट और गे कपल पर किया गया.
ये रिसर्च ऐसे कपल पर किया गया जिनमें एक ग्रुप मेल और फीमेल का था और दूसरा मेल-मेल का. जिनमें से एक इंसान HIV-पॉजिटिव और एक HIV-निगेटिव था. जो पॉजिटिव थे वो एंटीरिट्रोविअल थेरेपी का यूज कर रहे थे. ये एक ऐसी थेरेपी है जो HIV वाइरस को कंट्रोल करने का काम करती है.
करीब 1 साल 4 महीने हर कपल की जांच की गई जिसके बाद रिपोर्ट का रिजल्ट ये आया कि HIV ट्रांसमिशन रेट जीरो निकला. यानी जब इलाज चल रहा हो उस वक्त HIV इंफेक्टेड होने के चांसेस कमोबेश जीरो.
हालांकि रिसर्चर्स का मानना है कि इससे ये नहीं माना जा सकता कि ऐसे केसेज में HIV इंफेक्टेड होने के चांसेस बिल्कुल ही नहीं हैं. खासकर एनल सेक्स में इसका खतरा है. और देखना होगा लंबे वक्त में ये कारगर है या नहीं.
हालांकि ऐसा नहीं है कि इस तरह के रिजल्ट इसे पूरी तरह सुरक्षित प्रूव करते हों. जिन लोगों को टेस्ट के लिए चुना गया वो इसके लिए पूरी तरह सहमत थे.
रिसर्चर्स ने बताया. ये स्टडी 14 देशों के 75 क्लीनिक्स में सितम्बर 2010 से मई 2014 के बीच किये गए. रिजल्ट ये सामने आया है कि अगर HIV-1 RNA की संख्या 200 कॉपी/ मिलियन से कम है तो HIV इन्फेक्शन होने के चांसेस कम ही होते हैं.
हालांकि इस लंबे टेस्ट के दौरान जिन 11 लोगों को HIV हुआ है. उसमें 10 गे और 1 स्ट्रेट है. हालांकि ट्रांसमिशन रेट के हिसाब से देखें तो वो कपल्स के बीच जीरो ही है.
http://www.thelallantop.com/news/hiv-drug-may-prevent-transmission-of-hiv-even-in-condomless-sex/