shabd-logo

कलर ब्लाइन्ड का हल

7 जून 2016

256 बार देखा गया 256

आपकी शत प्रतिशत सफलता ही हमारी गारन्टी है

कलर ब्लाइण्ड (वर्णांधता) कोई बीमारी नही है। ये एक प्रकार का आनुवांशिक विकार है। जिसमे रंगों की विषमता (कन्ट्रास्ट) कम हो जाती है। इसका कोई भी इलाज पूरी दुनिया मे नहीं है. हर प्लेट मे केवल दो ही रंग होते हैं। हरा लाल . बाकी रंग इसके पूरक होते हैं. जब हम आपको बतायेंगे कि कौन सा रंग किस प्लेट  में कहाँ देखना है तो आप  प्लेट को पढ़ना शुरू कर देंगे। आप हमारे यहाँ से पूरी बुक पढ़कर ही जायेंगे।

आप हमारे यहाँ से पूरी इशीहारा अपने आप पढ़कर ही जायेगे.

अधिकतर मामलो मे केवल एक दिन लगता हैं। यदि एक  दिन में कोई कमी रह जाती है तभी दूसरे दिन आना होगा। आपको स्पीड  त्रुटि रहित पढ़ने के लिये 15-20 दिन घर पर रहकर अभ्यास करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह रंग धारणा, ब्रेन मैपिंग पर आधारित है, जिससे आप रन्ग़ पहचानने लगेंगे।

आप ऐसी इशीहरा बुक को भी पढ़ लेगे जिसे सामन्य  आँखो वाला शायद ही पढ़ पाये।

 

हमारे यहाँ आने के लिये कम से कम तीन दिन पहले नियुक्ति (अपॉइंटमेंट) लेनी होगी। आपको कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश आना होगा। हमारा संस्थान”  मेमोरी गुरू आफ इन्डिया) कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन व अन्तर्राज्यीय बस अड्डे से 8 किमी है। लखनऊ (अमौसी) हवाई अड्डे से दूरी 70 किमी (टैक्सी 1000/- बस (100/-)। कार्यालय तक आने के लिये आटो (किराया 100/-), ओला कैब (किराया 100/-) व अन्य साधन (किराया13/-) उपलब्ध है। संस्थान का समय प्रात: 10 बजे से सायं 6 बजे तक है, आपको प्रात: 10 बजे तक आना अनिवार्य है।  

अधिक विवरण www.ishihara38.com (अन्ग्रेजी नेपाली मोबाईल वर्जनwww.colourblind.in ( विश्व की समस्त भाषाओ के लिये पीसी/डेस्क्टाप वर्जन) नेपाल, भूटान, श्रीलन्का, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, दुबई से आने वाले लोग पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ  आयेगे और वहाँ से कानपुर आयेगे।

नोट: अगर कोई कलर ब्लाइन्ड का डाक्टरी दवाईयों से  इलाज करने का दावा करता है, तो यह आपके साथ धोखा है।

कार्यालय पता: 123 डी, परदेवनपुर, लाल बंगला, मोहन आटा चक्की के पास, कानपुर-208007 प्र (भारत)

YOUR SUCCESS IS OUR GUARANTEE (INSTANT RESULTS)

Colour Blindness is not a disease, it is a genetic disorder. It decreases the contrast of colours. There is no treatment of colour blindness in this world. Each plate in Ishihara Test Chart Book having only two colours RED and GREEN , others colours are complementary, red and green colours. When we will tell you what colour you have seen on plates and where, you will start reading immediately. You will be able to read all plates on the same day and will be freed only after you read all the plates. Normally it takes only one day. In case of severe disorder, you have stay for one more day.  In 99% case only one day is sufficient. You have to practice15-20 days at your home for speed and accuracy. This system is totally based on colour differentiation and brain mapping and you will identify colours.  You will be able to read such Ishihara books which normal person may hardly read. You will leave us only after you read all pages.

You have to take prior appointment at least 3 days in advance.  You have to come to our institute in Kanpur (U.P.). Our institute is 8 Km away from Kanpur Central Railway station and Interstate Bus terminus.  Nearest Airport Lucknow (Amausi) is 70 km (Taxi fare Rs.  1000/-, Roadways Bus Rs.100/-) .  Auto fare Rs.100/- Ola Cab Rs.100/- and other public shared conveyance Rs.13 only from Railway station and Bus Stop.  You have to report at 10 am in the morning. Our Office hours are 10 am to 6pm. Resident of Nepal, Bhutan, Shri Lanka, Pakistan, Afghanistan, Dubai shall travel via Lucknow, the capital of Uttar Pradesh.

Office Address:  The Memory Guru of india, 123 D Pardevanpur, Lalbangla Near  Mohan Atta Chakki Kanpur-208007 U.P. India

For more information visit: www.ishihara38.com (English and Nepalese Mobile version) , www.colourblind.in ( Desktop PC version for all world’s languages)

Note; if anybody claims treatment with medicine, beware he is try to cheat you. 

नन्द लाल श्रमण की अन्य किताबें

1

जिन्दगी बहुत खूबसूरत है

24 अप्रैल 2015
0
1
1

यह जिन्दगी बहुत खूबसूरत है, इसे जी कर तो देखिये। कोरी है किताब जनाब की, जरा लिखकर तो देखिये ॥ पानी नहीं ये अमृत है जरा पी कर तो देखिये। ‘गुरु’ पी रहे हैं बैठ कर ताड़ के नीचे ताड़ी नहीं यह दूध है जरा चढ़कर तो देखिये। मजा नहीं आयेगा हर किस्म के कुदरती आमों में। इन पिलपिल

2

वर्णांधता- कलर ब्लाइंडनेस

24 अप्रैल 2015
0
1
1

वर्णांधता ( आँखों का एक रोग है जिसमें रोगी को किसी एक या एक से अधिक रंगों का बोध नहीं हो पाता है, जिससे उसकी रंगबोध की शक्ति साधारण व्यक्तियों के रंगबोध की शक्ति से कम होती है। यह रोग जन्म से हो सकता है अथवा कतिपय रोगों के बाद उत्पन्न हो सकता है। साधारण व्यक्ति रंग के हलकेपन या गहरेपन का अंतर भल

3

कलर ब्लाइन्ड का हल

7 जून 2016
0
1
0

आपकी शतप्रतिशतसफलताहीहमारीगारन्टीहैकलरब्लाइण्ड(वर्णांधता)कोईबीमारी नही है।येएकप्रकार का आनुवांशिकविकारहै।जिसमेरंगोंकीविषमता(कन्ट्रास्ट)कमहोजातीहै।इसकाकोईभीइलाजपूरीदुनिया मे नहींहै. हर प्लेटमेकेवलदोहीरंगहोतेहैं।हरावलाल. बाकीरंगइसकेपूरकहोतेहैं. जब हमआपकोबतायेंगे कि कौनसारंगकिसप्लेट  में कहाँदेखनाहैतोआ

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए