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देवी की पुस्तकें

जीवन कश्ती

जीवन कश्ती

जीवन में होने वाली घटनाएं, परिस्थितियां हमारे भावों, विचारों को शब्दों में ढालकर, कविता संग्रह के रूप में मेरी एक छोटी सी कोशिश है जीवन कश्ती। पुस्तक के बारे में अपनी राय, समीक्षा देकर मेरा मार्गदर्शन करें। धन्यवाद 🙏

निःशुल्क

जीवन कश्ती

जीवन कश्ती

जीवन में होने वाली घटनाएं, परिस्थितियां हमारे भावों, विचारों को शब्दों में ढालकर, कविता संग्रह के रूप में मेरी एक छोटी सी कोशिश है जीवन कश्ती। पुस्तक के बारे में अपनी राय, समीक्षा देकर मेरा मार्गदर्शन करें। धन्यवाद 🙏

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देवी की डायरी

देवी की डायरी

जीवन एक कश्ती है जो भावनाओं और विचारों की लहरों में अक्सर डगमगाते हुए, इच्छा शक्ति की पतवार से समय के समंदर में गोते लगाते हुए, अपनी ही मौज में भाग्य के सुर से सुर मिलाते हुए चली जा रही है। बस इसी जीवन रूपी सफ़र के अनुभवों का ताना-बाना है यह किताब।

10 पाठक
8 रचनाएँ

निःशुल्क

देवी की डायरी

देवी की डायरी

जीवन एक कश्ती है जो भावनाओं और विचारों की लहरों में अक्सर डगमगाते हुए, इच्छा शक्ति की पतवार से समय के समंदर में गोते लगाते हुए, अपनी ही मौज में भाग्य के सुर से सुर मिलाते हुए चली जा रही है। बस इसी जीवन रूपी सफ़र के अनुभवों का ताना-बाना है यह किताब।

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देवी के लेख

चुनौतियां

12 अप्रैल 2022
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चुनौतियों और मनुष्य को इस तरह समझा जा सकता है, कि जैसे हम एक चाकू हैं और चुनौतियां पत्थर हैं जो रोज चाकू को धार देती है। जितनी तेज धार होगी उतनी आसानी से हर चीज काटी जा सकती है। ठीक इसी तरह चुनौतियां

कुर्सी के खातिर!

12 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>कहना और सुनाना क्या है।<br> गुज़रा दौर भुनाना क्या है।<br> <br> यूं गद्दी पर बैठे बैठ

बादल और किसान की यारी!

12 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>बादल और किसान गजब की यारी है।</strong></em></p> <p><em><strong>कभी दोस्ती तो दु

गज़ल

12 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>ख्वाब मेरे आसमां तक यूं घुमाते हैं मुझे।<br> बादलों में बीजुरी जैसे छुपाते हैं मुझे।<

हर-हर महादेव जय!

12 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>डम डम डमरू वाले,<br> मेरे श़म्भो भोले भाले,<br> हे! विश्वनाथ. कैलाशी,<br> भक्तों के त

हर फिक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया!

12 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>जिन्दगी के गीत गुनगुनाता चला गया</strong></em></p> <p><em><strong>हर रास्ते से हाथ मि

दिल मेरी सुनता ही नहीं!

11 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>तुझ बिन अधूरी है ख्वाहिशें<br> तुमसे मिलने कि है साजिशें<br> अब दिल मुझे मिलता ही नही

मैं मिट्टी हूँ

10 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>ना काटती हूं, ना जलाती हूं,<br> ना सुखाती हूं, ना मिटाती हूं,

नन्ही परी

9 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>नन्ही परी, गुड़ की डली,<br> चाशनी तू प्यार की।<br> रंगों भरी, नन्ही कली,<br> खुशियां

लोरी

3 दिसम्बर 2021
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<p><em><strong>चांद कटोरा, सपने बटोरा,<br> आंगन बैठा रे,<br> संग निदिया रानी तुझे बुलाए, <br> सो जा

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