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दीपावली - कविता

7 नवम्बर 2021

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दीपावली

दिपावली है रोशनी का त्योहार,

सभी के मन में है खुशियों की बौछार ।।


सभी द्वार सजी हैं फूलों की लड़ियां,

खूब जलेंगे अनार और फुलझड़ियां ।।


रंग बिरंगी सजी झालरों की रात है आई,

जैसे टिमटिमाते तारों की बारात है आई ।।


जगमग जगमग हो रहा सभी का घर,

रोशनी से भागा अंधियारा डर कर ।। 


घर घर बने मीठे मीठे स्वादिष्ट पकवान,

दीपावली का पर्व है सबसे महान।।


घर घर, द्वार द्वार है सजी रंगोली,

माता लक्ष्मी सबकी भरेंगे झोली।।


सोनू कुमार त्रिपाठी

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