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एक मां की बेटे बेटियों के नाम

13 मई 2022

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बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक बूढ़ी मां रहती थी जिसकी उम्र लगभग 80 साल की होगी उसका नाम देवंती था उसके 5 पुत्र थे 2 बेटियां थी बड़े बेटे का नाम धैर्य था जो से छोटा था उसका नाम पवन उससे जो छोटा था उसका नाम भोज और उससे जो छोटा था उसका नाम आकाश था उस से छोटी दो उनकी बहने थी जो उनका नाम जो पढ़ी थी उसका गंगा और जो छोटी थी उसका नाम निर्मला था उससे छोटा उनका एक भाई था जिसका नाम अभी था पांचों भाई और दोनों बहने आपस में कभी नहीं झगड़ते थे बेशुमार दौलत थी सब अपना खानदानी भेजने संभालते थे शाम को अपने-अपने घर आते सारे दिन काम करते बिजनेस का जब उसके बड़े भाई की शादी विचित्रा नाम की लड़की के साथ होकर आई सभी लोग हंस खेल के अपने जीवन को काट रहे थे उसी समय अचानक एक आवाज आई उस आवाज को सुनकर लोग डर गए सब भयभीत हो गए वह इतनी भयानक आवाज दी इतनी भयानक आवाज थी की बूढ़ी मां की तो दम ही निकल गई बेहोश हो गई मां जब देखा की आवाज कहां से आई है इधर उधर इस कमरे में देखा उधर देखा पता चला कि वह आवाज उन्हीं के गांव की एक पागल की है जो वह है पूरी तरह से पागल था लोग उसको कुछ भी कहते वह उसका ठीक उल्टा जवाब देता उस पागल का नाम वृकुटी था सब लोगों ने पूछा की है आवाज तूने क्यों दी तू है कहने लगा की आवाज मैंने नहीं दी
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रचनाएँ
आतंक ही आतंक
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इसमें आपको मालूम होगा कि कोई महिला हो या पुरुष सबको जीने का हक है लेकिन इसके बावजूद भी लोग खुशहाल और समृद्ध नहीं है
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एक मां की बेटे बेटियों के नाम

13 मई 2022
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बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक बूढ़ी मां रहती थी जिसकी उम्र लगभग 80 साल की होगी उसका नाम देवंती था उसके 5 पुत्र थे 2 बेटियां थी बड़े बेटे का नाम धैर्य था जो से छोटा था उसका नाम पवन उससे जो छोट

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वृकुटी से धैर्य की बात

13 मई 2022
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जब धैर्य नहीं वृकुटी से पूछा कि तुम में है आवाज क्योंकि तो वह कहने लगा यह आवाज मैंने नहीं की उसने फिर पूछा क्या आवाज तुमने क्यों की उसने कहा मैंने नहीं की उन्होंने कहा ठीक है कोई बात नहीं लेकिन

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चिरकाल और वृकुटी की बात

14 मई 2022
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सरकार ने जब सोचा क्यों उन पांचों भाइयों की संपत्ति पर कब्जे में कैसे कर पाऊंगा तो उसने वृकुटी को बुलाया और अपने पास उसे नौकर बना कर रख लिया कुछ समय बीतने पर उसने अपने मन में मनगढ़ंत कहानियां बना

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