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गिरिराजसिंहराघव के बारे में

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गिरिराजसिंहराघव की पुस्तकें

गिरिराजसिंहराघव के लेख

कविता(बन्दना)

14 नवम्बर 2016
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आदिशक्तितूपरमब्रह्मकीभक्तनगिराउचारी। तेरीसिंहसबारी,करयोकृपामहतारी।। गामेंनेतिनेतिवेद,पामेंदेवनहींभेद,जामेंहारिकरेंखेद,तेरौपायौनहींअन्त अन्तपामेंनहींसंत,संतबिनभगवन्तवन्तमहिमाअनन्तबन्परमब्रह्मकन्त कन्तपाइअखिलेश्वरस्वामीरचनाकरीसंभारी--------1 भारीअनुपमरूप,रूपपूजेंआइभूप,भूपजगकेअनूप,एकएक

कविता(सूर्यवंश-परिचय)

14 नवम्बर 2016
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पूर्वजपूज्यभयेधरतीपरश्रीबैरूबाबातपधारी। सूर्यवंशमेंपैदाहोगयेईशअंशकेअवतारी।। माँटगाँवप्रियधामजानिमनतीर्थअनूठौब्रजवनकौ। सूरजमलघरजन्मलियौजिनफलभोगननिजकरमनकौ।। खुसीभयेसबनगरनिबासीभवनभरैसुतकिलकारी-----------1। विद्यापढिकेगुरुआश्रमसेगृहस्थाश्रममेंहैंआये। धामराधिकावरसानेसेसूरजकौरिव्याहिलाये।। पैदाभय

कविता(भक्तिमार्गी)

29 अक्टूबर 2016
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कृष्णभजि,कृष्णरचि,कृष्णजपिप्यारे। कृष्णनामनावजानेंसंतदुष्टतारे।।------(स्थाई) परमब्रह्मनामकृष्ण,कृष्णजगदीसजान। निरंकार,रूपवान,अगम,गम्यपहिचान।। आत्माकोखींचेऐसौपरमशक्तितत्वमान। नेतिनेतिवेदकहें,ग्यानीधरिपामेंध्यान।। जपिजपिनामजाकौसंतमुनिहारे---------1 सृष्टिरचैब्रह्माश्रीकृष्णकौइसारौपाय। कृष्णनिजमायादें

कविता

28 अक्टूबर 2016
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हरेकृष्णहरेकृष्णकृष्णकृष्णहरेहरे।हरेरामहरेरामरामरामहरेहरे।। मोरध्वजमीरारहीमनेमनइसमेंरमायाथा। होकरमगनअपनेबेटासेनाहरकोजिमायाथा।। मगनहोकेमीरानेजहरगटगटचढायाथा। नसेमेंझूमतेगातेयहीकीर्तनसुनायाथा--------------1 इन्द्रकीपूजाछुङामोहनगोबर्धनपूजाकराईथी। मनौतीमानबहनभाईनेजुमनाएकसंगनहाईथी।।

कविता(सतसुधार)

28 अक्टूबर 2016
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प्रेमजगतमेंसारसमझिछोङौभइयाआपापूती।। आपापूतीनाशकरावै,भइयनकेयहमनफटबावै; भाँतिभाँतिकेदुःखदिखावै। आपापूतीनेंदयौ,सबकौनाशकराइ। पढिदेखौइतिहासतुम,येहीरह्यौबताइ।। फारिदेमनसबकेमिलिकेंदूती---------------1 मनजातेसबकेफटिजामें,घरकेफूटिअलगहैजामें; अबगुनसारेयामेंपामें। फूटदेखित

कविता

13 अक्टूबर 2016
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रामसुमिरिसतकरमराहचलिसहजबनेंसबकाम। बन्धनसेछूटौबिनसुमिरेनाराम।। चलिपापगैल,करिबुरेफैलधनपाइअमितमनहरषाऔ। ममताखोह,लखिफंसौमोह,जातेनफाकछूनातुमपाऔ।। जबचढैकाल,औरखिचैखाल,करिहायहायतुमरहजाऔ। बिनहरीनाम,नहींचलैकाम,तुमहाथमलौऔरपछि

कविता

13 अक्टूबर 2016
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कारणजगमेंबरबादीकौफूटदेखिबतलाई।दीनौहैसबकौफूटनेंचैनभगाई।।फूटकाहीकारणसमझो,लंकाजोबरबादहुई।फूटहीथीमुख्यजोचित्तौङनाआजादहुई।।पुरुकीभीहारभइयाफूटकाअन्जामथी।फूटसेतजबीजपृथ्वीराजकीनाकामथी।।फूटदेखिदिल्लीकीगद्दीबाबरनेंकबजाई--1फूटसेमुगलोंनेयहाँअपनीनींमजमाईथी।मरबायेआपसमेंहिन्दूदौलतखूबकमाईथी।फूटडालशासनकरनेकीअँग्रेजो

कविता

8 अक्टूबर 2016
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तरनीवैतरनी,जयगइयादुखहरनी।जयगइयाजयजयघरभरनी,जयशुभमंगलकरनी।। तेरीमायाहैअपार,वेदपामेंनहींपार,रहीजगशीशधार,गुणतेरेहैंअनन्त। अनन्ततेजबारी,सेबाकरिकेंमुरारी,कियेकामसुखकारी,भयेआपभगवन्त।। भगवन्तसंगसुर,असुर,नाग,नरउद

कविता

7 अक्टूबर 2016
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बिनअसवारी,करितैयारीसकलसंभार्यौसाज।कहाँकोचाल्यौतूअलवेलेआज। गलमुण्डमाल,विषधरविशाल,नाशोभातेरीजातकही।हैतिलकभाल,करमेंकपाल,कहूँउपमाकीऔकातनहीं।।रहतानिशंक,अरधंगसंग,कैलासीवासीतातमही।लैसंगभूत,मलिकेंबभूत,शुभगंगाशीशसुहातरही।।डमरूबजैडमाडमतेरौ,चन

कविता

25 सितम्बर 2016
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बातेंसुनिकेंनारिकी,भोलाकियौविचार। प्रेमजताकहनेलगेऐसेंवचनउचार।। तूआजमोइमतिहटकै,मैंतोइकहूँसमझाय। वृथाक्योंहमतेअटकै,रह्यौदरशनकूँमैंजाय।। मैंबहुतदूरितेआयौ,गईयहाँमुसीबतआय। मोइप्रेमखेंचिकेंलायौ,दीनीहैदेरलगाय।।बाततेरीमेरेंखटक

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