shabd-logo

अभिव्यक्ति

hindi articles, stories and books related to abhivyakti


उसकी शहादत के बाद बाक़ी लोग किसी दृश्य की तरह बचे ताज़ा मुंदी पलकें देश में सिमटती जा रही झाँकी की देश सारा बच रहा बाक़ी उसके चले जाने के बाद उसकी शहादत के बाद अपने भीतर खुलती खिडकी में लोगो

फासीवाद से जकड़े समाज की सबसे बड़ी समस्या है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर राजनेताओं का हस्तक्षेप। पाश के तत्कालीन समाज में उन्होंने भी इस ही समस्या को देखा था, झेला शब्द यद्यपि प्रयोग में लाना गलत होगा क

हिंदी है हम वतन है। अपनी अभिव्यक्ति कहने का जतन है, अपनी संस्कृति का न हो पतन, बस यही जतन है। हिंदी है हम वतन है। जुबानें बेहिसाब है जहां में, हम वतन के, खुद के आजाद ख्यालात की, जुबान है हिंदी... अपनेपन का अहसास, खुद के शब्दों की परवाज़ है हिंदी, कोयल की जुबान है हिंदी। हिंदी है हम वतन है...

featured image

जुड़ सकूं, ऐसा कोई गुर तलाशती हूं,सन्नाटों के बिंदास सुर तलाशती हूं...हूं भी या माजी की शादाब मुहर भर हूं,किससे पूछूं, उसको अक्सर पुकारती हूं...रोने के सुकूं से जब घुट जाती हैं सांसें,मुस्कुराहट का अदद दस्तूर तलाशती हूं...फलक-ओ-जमीं से फुर्कत का सबब लेती हूं,लिपट के उससे रोने के बहाने तलाशती हूं...खु

featured image

कई बार किसी को अपशब्द कहना, इसेअभिव्यक्ति की आजादी मान लिया जाए तो, आम जीवन में चर्चा का उग्र माहौल पैदा हो जाताहै और अनेक बार मामला गाली-गलौच तक पहुँच जाता है । दुर्भाग्य से पिछले कुछ वर्षों में संसद और राज्योंकी विधान सभाओं में चर्चा के स्थान पर, आपेक्षवादी परम्परा, शाब्दिक तकरार के साथ-साथअनेक बा

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए