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वर्तमान समय की भागदौड़ भरे जीवन में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) महिलाओं की आम समस्या बन चुकी है। अस्वच्छ शैचालयों का उपयोग करना इस समस्या का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। आज के समय में हर दूसरी नौकरी पेशा महिला इस समस्या से ग्रस्त है। हालांकि यह रोग ज्यादा गंभीर नहीं है लेकिन यदि समय पर ध्यान न द

पाचन संबंधी समस्याएं सभी प्रकार के आयु वर्ग में आमतौर पर पाई जाने वाली समस्याएं हैं। आज के समय में जीवन शैली संबंधी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। एसिडिटी, गैस, बदहज्मी इत्यादि जैसी पाचन संबंधी समस्याएं लगातार लोगों में बढ़ती जा रही हैं। लापरवाह जीवन शैली, भाग-दौड़ वाली जिंदगी और बेवक्त और अस्वस्थ ख

वर्तमान समय में महिलाएं भी काफी समस्याओं से ग्रसित हैं। हालांकि उनकी समस्याएं पुरुषों की अपेक्षा कुछ अलग होती हैं। महिलाओं की समस्याओं में उनके अनेक रोग तथा बीमारियां आती हैं। यहां हम महिलाओं के यौन रोगों के बारे में जानकारी प्रदान कर रहें हैं। आइये जानते हैं महिलाओं में होने वाली यौन समस्याओं के का

पेट से सम्बंधित समस्याएं वर्तमान समय में काफी बढ़ती जा रहीं हैं। विशेषज्ञों के अनुसार आज के लोगों की जीवन शैली तथा खानपान की आदतें स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी प्रतिकूल हो चुकी हैं, इस कारण ही पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रहीं हैं। गर्मी का मौसम आते ही इस प्रकार की समस्याएं और भी ज्यादा तेजी से

यौन क्रिया महज एक क्रिया ही नहीं है वरन यह एक ऐसी जटिल प्रक्रिया से संचालित होती है, जिसका अंदाजा लगाना सरल नहीं है। कभी-कभी लोग किसी तस्वीर को देखकर ही उत्तेजित हो जाते हैं। पुरुषों के गुप्तांग में उत्तेजना खत्म हो जाने को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या नपुंसकता कहते हैं। इरेक्शन (स्तंभन) यौन क्रिया के पू

त्वचा से सम्बंधित समस्याएं जैसे मुंहासे, चक्कते, रूखी त्वचा आदि देखने में भले ही आम समस्याएं लगें लेकिन कई बार यह गंभीर रोगों का संकेत भी हो सकती हैं। वर्तमान समय में धूल, धूप तथा प्रदूषण त्वचा संबंधी समस्याओं के सबसे बड़े कारण माने जाते हैं। आज के समय में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके

महिलाओं के स्तन उनके सौंदर्य तथा आकर्षक को बढ़ाते हैं। जिन महिलाओं के स्तन सुडौल होते हैं, उनकी खूबसूरती अलग ही दिखाई पड़ती है। प्रत्येक महिला सुंदर तथा सुडौल स्तन चाहती है लेकिन बहुत से कारणों के चलते कई महिलाओं के स्तनों को सही तथा पर्याप्त आकार नहीं मिल पाता है। इस कारण वे कई बार हीन भावना से भी ग्

वर्तमान समय में दूषित खानपान के कारण पथरी की समस्या काफी देखने को मिल रही है। किडनी में पथरी होना यूरीन सिस्टम का रोग है। इस समस्या में मूत्र पथ या किडनी के अंदर छोटे छोटे पत्थर बन जाते हैं। मूत्र मार्ग में पथरी उसको ब्लाक कर देती है, जिसके कारण गुर्दे में मूत्र जमा हो जाता है। पथरी असल में खनिजों त

स्वस्थ जीवन के लिए ह्रदय का भी स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है। ह्रदय संबंधी समस्याओं में किसी प्रकार की लापहरवाही करना खतरे को और भी बढ़ा सकता है, अतः इस प्रकार की समस्याओं का उपचार तुरंत प्रारंभ कर देना चाहिए। वर्तमान समय में महज 30 से 40 वर्ष में ही लोग तेजी से ह्रदय र

महिलाओं के जीवन में मां बनना सबसे बड़ा सुख माना जाता है लेकिन आजकल की आधुनिक जीवनशैली और अन्‍य कारणों की वजह से अब महिलाओं में बांझपन यानि इनफर्टिलिटी की समस्‍या बढ़ रही है। नपुंसकता की समस्या सिर्फ पुरुषों में ही नहीं होती बल्कि महिलाओं में भी होती है। महिला नपुंसकता की इस समस्या को समान्यतः बांझपन

आज के समय में पाचन संबंधी अनेक समस्याएं तेजी से बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्यों की जीवन शैली तथा खानपान की आदतें स्वास्थ्य के प्रतिकूल हो चुकी हैं। बड़ों से साथ-साथ युवा वर्ग भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहा है। हर दूसरा व्यक्ति आए दिन पाचन की समस्या का सामना कर रहा है। आज की जीवनशैली और अनियमित ख

स्त्री पुरुष के रिश्ते के कमजोर पड़ने के पीछे हालांकि कई कारण होते हैं लेकिन यौन समस्याएं भी इन्हीं कारणों में से एक हैं। कई बार पुरुषों की यौन समस्याएं उनको पार्टनर के सामने शर्मिंदा करा देती हैं। अतः सही समय पर इन समस्याओं का सही उपचार होना बहुत आवश्यक होता है। पुरुषों में कई प्रकार की यौन समस्याएं

रोग प्रतिरोधक क्षमता हमारे शरीर के लिए सुरक्षा कवच का कार्य करती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर ही हम जल्दी बीमार हो जाते हैं। अतः यदि बीमार होने से बचना है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना अत्यंत आवश्यक है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता ही कई प्रकार के बैक्टीरियल संक्रमण से हमारे शरीर को

पेट का पूरी तरह साफ नहीं होना ही कब्ज की बिमारी का प्रमुख कारण है। कब्ज की समस्या से ग्रस्त रोगी को मल निष्कासन में परेशानी होती है या वह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में निकलता है। इस प्रकार पेट सही से साफ़ नहीं हो पाता तथा रोगी को दिनभर असहज महसूस होता है। लंबे समय तक यदि कब्ज की समस्या बनी रहने से शरीर में

फेफड़े हमारे शरीर कामहत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं, जिनके कारण ही मानव शुद्ध तथा साफ़ वायु को सांस के रूप में लेताहै। फेफड़ो का मुख्य कार्य सांस व भीतर की दूषित वायु को साफ़ करना होता है, जिसके बाद वह रक्त मेंऑक्सीजन के रूप में मिलती है। लेकिन दूषित वायु के बीच सांस लेने से जब वायु केदूषित कण नाक तथा मुंह क

वर्तमान समय में दुनिया केआधे से भी अधिक देश कोरोना वायरस (कोविड 19) से प्रभावित हैं। हमारे देश भारत में भी इस वायरससे संक्रमित लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। देखा जा रहा है की जिनलोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, वे इसके श

यदि माता पिता की लंबाईसही होते हुए बच्चों की लंबाई में कमी है तो इसका मतलब बच्चों के आहार में पोषकतत्वों की कमी हो सकता है। पोषक तत्वों की कमी न सिर्फ शरीर की लंबाई बल्कि पूरेशरीर शरीर के विकास को प्रभावित करती है। दरअसल हमारा शरीर कभी कभी ग्रोथ हार्मोनकी कम मात्रा को रिलीज करता है, इसका प्रभाव व्यक

वैसे तो प्रत्येक व्यक्तिकी यौन कामेच्छा अलग अलग होती है परंतु कभी कभी कम कामेच्छा या उत्तेजना की कमीवैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी डालती है। विशेषज्ञों के अनुसार स्वस्थवैवाहिक जीवन के लिए स्वस्थ यौन संबंध आवश्यक होते हैं लेकिन वर्तमान समय मेंपुरुषों की कामेच्छा कमी लगातार बढ़ती जा रही है। इस कार

कब्ज यानी पेट का पूरी तरहसाफ नहीं होना। इसमें मल निष्कासन में परेशानी होती है या वह थोड़ी-थोड़ी मात्रामें निकलता है। नतीजन, मरीज को दिनभर असहज महसूस होता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक यह स्थिति बनीरहे तो शरीर में कई बीमारियां घर कर सकती हैं। कब्ज की समस्या आजकल बेहद आम हो गईहै। ज्यादातर लोग कब्ज की

हमारे शरीर को मिलने वालेसभी पोषक तत्व हम भोजन से ग्रहण करते हैं। भोजन हम उस समय ही करते हैं, जब हमें भूख लगती है।लेकिन क्या आपने विचार किया है की यदि आपको भूख ही न लगे तो क्या हो सकता है। भोजनग्रहण न करने के कारण आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिलेंगे, जिसके कारण कई प्रकार कीसमस्याएं पैदा हो सकत

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