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चुटकुला

hindi articles, stories and books related to chutkula


ललुआ सुबह तीन बजे उठ जाता। वह गोदी में उठाकर अपनी भैंस को तबेले की तीसरी मंजिल पर ले जाता। वह भैंस को हाथ में ऊपर उठाता और छोड़ देता। ऐसा दो तीन बार करने पर भैंस नींद से उठ जाती और रंभाना शुरू कर देती।

हम हिग्लिस्तानी पढ़े लिखे- बेबी पानी ड्रिंक करलो अनपढ़- बेटा वॉटर पीलो ☺️☺️☺️ -------- एक अमीर आदमी गरीब ठेले वाले को टक्कर मार के भाग गया। अमीर पर fir दर्ज कराई गई। पुलिस ने लिखा उसका 4 साल का बेटा का

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😃😁😁😁😁पति दो घंटे जिम में पसीना बहाने के बाद,(शीशे के सामने खड़ा होकर पति अपने एब्स देखते हुए) अपनी पत्नी से बोला-  .“देखे मेरे एब्स....??".पत्नी ने उत्तर दिया-"जबसे शादी हुई है, तुममें ऐ

बर्दाश्त करने की अब आयी यह सीमा हैक्या करूं मैं यार, मेरा नेट धीमा हैयह १.५ जी बी भी अब खत्म होता नहींरात हो गई है, लेकिन कोई सोता नहींगति हूई धीमी, जब छाई घोर घटामिलना हुआ यह बंद, जब बादल ज़ोर से फटामक्सद है तेज़ी, पर आ गई मंदीभैया तेरी यह चाल, लगी है बहुत गंदीबिजली जाए तो यारा, एक तेरा सहारा हैजब

जब जब तेरी जुलफे उड़ती सावन की घटा सी छा जाती है इन जुलफो कु परै कु कर लेइनमे कभी-कभी जुं भी निकल आती है by...B.P.Singh Rana

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… और बल्लू ने पर्चा भर दिया। (व्यंग)शहर में चुनावों की सरगरमियांशुरू हो गयीं थीं। पार्टियों के दफ्तरों में टिकट के लिये अभ्यर्थियों की पहले लाइनलगी जो शीघ्र ही भीड़ में बदल गयी जब नेतागण समर्थकों के साथ जुटने लगे। कहीं ले देके काम हो रहा था।कहीं लाठी डंडों से निबटारा हो रहा था। नेताओं ने ये सब काम क

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लालू ओबामा का चुटकुला:ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा बिहार आकर लालू से मिलीं औरउन्हेँ अमरीका आने का इनविटेशन दिया |लालू ने अमेरिका जाने से पहले अंग्रेजी की ट्रेनिंग ली |ट्रेनर बोले- “जब आप अमेरिका जाकर ओबामा से मिलें तो उनसे हाथ मिलाएं और पूछें किहाऊ आर यू ?मतलब, आप कैसे हैं |इस पर ओबामा कहेंगे किआई एम

ट्रेन में एक आदमी सबके छोटे नाम का मजाक उड़ा रहा था तभी वो मुझसे बोला - “हैलो मेरा नाम चंद्रशेखरन मुत्तुगन रामस्वामी पल्लीराजन भीमाशंकरन अय्यर! ….. और आपका नाम?”“नरेन्द्र” मैंने जवाब दिया तो वो हँसते हुए बोला “हमारे यहाँ इतना छोटा नाम किसी का नहीं होता”! मैंने जवाब दि

 अपुन के यहाँ भाई लोग कुछ इस तरह से पर्यावरण दिवस मनाते हैं,पहले सौ पेड़ काटते हैं और उस पर दस पेड़ लगाते हैं. और हर दस पेड़ों में सोचिए तो ज़रा कितने बच पाते हैं ? जब-जब अपने देश में, पर्यावरण दिवस सम्पन्न होता है, और उसी दिन से पर्यावरण और ज्यादा विपन्न होता है। परसोंं एक पर्यावरण प्रेमी मिल गए।

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