छब्बीसवीं पुतली - मृगनयनी ने जो कथा सुनाई वह इस प्रकार है: राजा विक्रमादित्य न सिर्फ अपना राजकाज पूरे मनोयोग से चलाते थे, बल्कि त्याग, दानवीरता, दया, वीरता इत्यादि अनेक श्रेष्ठ गुणों के धनी थे। वे कि
तेरहवीं पुतली - कीर्तिमती ने इस प्रकार कथा कही- एक बार राजा विक्रमादित्य ने एक महाभोज का आयोजन किया। उस भोज में असंख्य विद्धान, ब्राह्मण, व्यापारी तथा दरबारी आमन्त्रित थे। भोज के मध्य में इस बात पर च
मियाँ मिठ्ठू दान वो होता है जो गुप्त दिया जाए, काम वो होता है जो खुद बोले, तारीफ़ वो होती है जो दूसरे करे. बता कर चंदा दिया जाता है, काम करने का शोर मचाना प्रचार होता है, खुद की तारीफ करने वाला मियाँ मिठ्ठू होता है. दान ब
दान दो।दान तो सबकुछ कर सकते हैं राजा हरीशचन्द्र की तरह। भारतीय दान दोई हैं।बाद मे न पछताई कोई ।1 कन्यादान (जीवन भर के लिए)(सलाह दान)2 मतदान (पाँच साल के लिए )(गुप्त दान)
कुछ लोगों की दूसरों और ज़रूरतमंदों के प्रति निःस्वार्थ भावना हमें चकित कर देती है. 14 फ़रवरी को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी. लोग शहीदों के परिवारों की मदद के लिए आगे आने लगे. इसी कड़ी में राजस्थान के अजमेर से एक मिसाल पेश क
आप तो ये सभी जानते ही होंगे की दान पुराणों और शास्त्रों में सबसे सर्वश्रेष्ठ माना गया है फिर किसी चीज का दान हो. दान करने से मनुष्य को अनचाही समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है चाहे वो कन्या का दान क्यों न हो लेकिन अगर आपसे कही अनजाने में किसी गलत चीज का दान हो गया तो उसका अ
हर साल 13 अगस्त को अंग दान दिवसमनाया जाताहै| यह हर किसीके जीवन मेंएक महान अवसरप्रदान करता हैऔर अपने बहुमूल्यअंग दान करने के लिए लोगो को जागरूक भी करता है | अंग प्रत्यारोपण से जुड़े कुछ दिलचस्पआंकड़े :
क्या दान पाप नाशक होता है (Kyaa daan paapanaashak hotaa hai)इस वीडियो में यह बताने का प्रयास किया गया है कि क्या दान पाप नाशक होता है। क्या दान पाप नाशक होता है (Kyaa daan paapanaashak hotaa hai) - YouTube
दान देने की सामर्थ्य हो तो अवश्य देना चाहिए। दान देकर जताने पर दान व्यर्थ चला जाता है। आगे... JYOTISH NIKETAN: दान देने से पहले जरूर ध्यान रखें !
एक हाथ से दिया गया दान हज़ारों हाथों से लौट कर आता है जो हम देते हैं वो ही हम पाते हैं दान के विषय में हम सभी जानते हैं। दान , अर्थात देने का भाव , अर्पण करने की निष्काम भावना । हिन्दू धर्म में दान चार प्रकार के बताए गए हैं , अन्न दान ,औषध दान , ज्ञान दान एवं अभयदान