24 जुलाई 2019
दिल का जज़्बा सुर्ख़ियो अख़बार करने की सज़ापायी है शायद किसी से प्यार करने की सज़ाइश़क़ का मफ़हूम यारों बस यही है ना गुज़ीरदिल के बाग़ीचे में ग़म को यार करने की सज़ाउफ़ नज़र में कोई जमता ही नहीं है दोस्तोंउस जमाले यार के दीदार करने की