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मकर

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मकरसंक्रान्ति – सूर्य की उत्तरायण यात्रा का पर्व “ॐभूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् |”यजु. ३६/३ हमसब उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुख स्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूपपरमात्मा को अपनी अन्तरात्मा में धारण करें, और वह ब्रह्म हमारी बुद्धि कोसन्मार्ग में प

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मकर, कुम्भ और मीन राशि के जातकों के लिए गुरु का मकर मेंगोचरसोमवार 29 मार्च 2020, चैत्र शुक्ल षष्ठी को 27:55 (अर्द्धरात्र्योत्तर तीन बजकर पचपन मिनट) के लगभग आयुष्मान योग और कौलवकरण में गुरुदेव का गोचर मकर राशि में हुआ था | लेकिन 14मई 2020 को रात्रि 7:47 केलगभग वक्री होते हुए गुरु तीस जून 2020 को सूर्

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मेष,वृषभ और मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का मकर में गोचरसोमवार 29 मार्च 2020, चैत्र शुक्ल षष्ठी को 27:55 (अर्द्धरात्र्योत्तरतीन बजकर पचपन मिनट) के लगभग आयुष्मान योग और कौलव करण में गुरुदेव का गोचर मकरराशि में हुआ था | लेकिन 14 मई 2020 कोरात्रि 7:47 के लगभग वक्री होते हुए गुरु तीस जून 2020को सूर्

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सभी बारह राशियों के लिए गुरु का मकर में गोचरआज जब सारा विश्व कोरोना वायरस के आक्रमण से जूझ रहा है ऐसे में कुछलोगों का आग्रह कि गुरु के मकर राशि में गोचर के सम्भावित परिणामों के विषय मेंलिखें – हमें हास्यास्पद लगा | किन्तु फिर भी, मित्रों केअनुरोध पर प्रस्तुत है सभी बारह राशियों पर गुरुदेव के मकर राश

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मंगल का मकर में गोचरचैत्र कृष्णचतुर्दशी यानी रविवार 22 मार्च को दिन में दो बजकर चालीस मिनट के लगभग विष्टि करण और शुभ योग में मंगलका गोचर अपनी उच्च राशि मकर में होगा | सूर्योदय के समय त्रयोदशी तिथि रहेगी, किन्तु मंगल के गोचर के समय चतुर्दशी तिथि होगी | इस समय मंगल उत्तराषाढ़नक्षत्र पर होगा | मकर राशि

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Saturn transit in Capricornशनि का मकर में गोचरमाघ मास की अमावस्या को यानी शुक्रवार 24 जनवरी 2020 को दिन में नौ बजकर अट्ठावन मिनट के लगभग अनुशासन और न्याय का कारक मानाजाने वाला ग्रह शनि तीन वर्षों से भी कुछ अधिक समय गुरु की धनु राशि में व्यतीतकरके चतुष्पद करण और वज्र योग में उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर रहते

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शनि का मकर में गोचरमाघ मास की अमावस्या को यानी शुक्रवार 24 जनवरी 2020 को दिन में नौ बजकर अट्ठावन मिनट के लगभग अनुशासन और न्याय का कारक मानाजाने वाला ग्रह शनि तीन वर्षों से भी कुछ अधिक समय गुरु की धनु राशि में व्यतीतकरके चतुष्पद करण और वज्र योग में उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर रहते हुए ही अपनी स्वयं कीराशि म

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शनि का मकर में गोचरमाघ मास की अमावस्या को यानी शुक्रवार 24 जनवरी 2020 को दिन में नौ बजकर अट्ठावन मिनट के लगभग अनुशासन और न्याय का कारक मानाजाने वाला ग्रह शनि तीन वर्षों से भी कुछ अधिक समय गुरु की धनु राशि में व्यतीतकरके चतुष्पद करण और वज्र योग में उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर रहते हुए ही अपनी स्वयं कीराशि म

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वृश्चिक तथा धनु राशि के जातकों के लिए शनि का मकर में गोचरमाघ मास की अमावस्या को यानी शुक्रवार 24 जनवरी 2020 को दिन में नौ बजकर अट्ठावन मिनट के लगभग अनुशासन और न्याय का कारक मानाजाने वाला ग्रह शनि तीन वर्षों से भी कुछ अधिक समय गुरु की धनु राशि में व्यतीतकरके चतुष्पद करण और वज्र योग में उत्तराषाढ़ नक्ष

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संक्रान्ति 2020 और मकर संक्रान्तिॐ घृणि: सूर्य आदित्य नम: ॐमाघ कृष्णपञ्चमी यानी पन्द्रह जनवरी को सूर्योदय से पूर्व दो बजकर नौ मिनट (चौदह जनवरी कोअर्द्धरात्र्योत्तर) के लगभग भगवान भास्कर गुरुदेव की धनु राशि से निकल कर महाराजशनि की मकर राशि में गमन करेंगे और इसके साथ उत्तर दिशा की ओर उनका प्रस्थान आरम

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हल्दी और कुमकुम का टीकालगाकर हो शुभारंभ.तिल और गुड़ की मिठास वाणी में जाए घुल.सुगंधित सुमन से सुवासित हो मनमंदिर.अनंत आकाश में अपना अस्तित्व दर्ज कराए रंगबिरंगी पतंग.धनु राशि स

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शनि का मकर में गोचरकल के लेख में शनि के मकर राशि में गोचर के मिथुन राशि के जातकों परसम्भावित प्रभावों के विषय में चर्चा की थी, आज कर्क राशि के जातकों पर शनि के मकरमें गोचर के सम्भावित प्रभावों पर संक्षेप में दृष्टिपात... किन्तु ध्यान रहे, ये सभी परिणाम सामान्य हैं | किसीकुण्डली के विस्तृत फलादेश के

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बुधका मकर में गोचरमाघ कृष्ण तृतीया यानी सोमवार तेरह जनवरीको प्रातः 11:35 के लगभग विष्टि करण और आयुष्मान योग में बुध कागोचर मकर राशि में हो जाएगा | बुध इस समय उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर है तथा अस्त है |यहाँ से 19 जनवरी को बुध श्रवण नक्षत्र और 27 जनवरी को धनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमण करता हुआ अन्त में तीस जनवरी

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शनि का मकर में गोचरकल के लेख में शनि के मकर राशि में गोचर के वृषभ राशि के जातकों परसम्भावित प्रभावों के विषय में चर्चा की थी, आज मिथुन राशि के जातकों पर शनि के मकरमें गोचर के सम्भावित प्रभावों पर संक्षेप में दृष्टिपात... किन्तु ध्यान रहे, ये सभी परिणाम सामान्य हैं | किसीकुण्डली के विस्तृत फलादेश के

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शनि का मकर में गोचरकल के लेख में शनि के मकर राशि में गोचर के मेष राशि के जातकों पर सम्भावितप्रभावों के विषय में चर्चा की थी, आज वृषभ राशि के जातकों पर शनि के मकरमें गोचर के सम्भावित प्रभावों पर संक्षेप में दृष्टिपात... किन्तु ध्यान रहे, ये सभी परिणाम सामान्य हैं | किसीकुण्डली के विस्तृत फलादेश के लि

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शनि का मकर में गोचरकल के लेख में शनि के मकर राशि में गोचर के समय आदि के विषय में चर्चा कीथी, आज सभी राशियों पर शनि के मकर में गोचर के सम्भावित प्रभावों पर चर्चा...किन्तु ध्यान रहे, ये सभी परिणाम सामान्य हैं | किसीकुण्डली के विस्तृत फलादेश के लिए केवल एक ही ग्रह के गोचर को नहीं देखा जाताअपितु उस कुण्

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शनि का मकर में गोचरमाघ मास की अमावस्या को यानी शुक्रवार 24 जनवरी 2020 को दिन में नौ बजकर अट्ठावन मिनट के लगभग अनुशासन और न्याय का कारक मानाजाने वाला ग्रह शनि तीन वर्षों से भी कुछ अधिक समय गुरु की धनु राशि में व्यतीतकरके चतुष्पद करण और वज्र योग में उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर रहते हुए ही अपनी स्वयं कीराशि म

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बुधका मकर में गोचररविवार 20 जनवरी को रात्रि नौ बजकरसात मिनट के लगभग पौष शुक्ल पूर्णिमा को विष्टि करण और विषकुम्भ योग में बुध कागोचर मकर राशि में हो चुका है | बुध इस समय उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर है तथा अस्त है |यहाँ से 26 जनवरी को बुध श्रवण नक्षत्र और तीन फरवरी को धनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमणकरता हुआ सात फरव

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सूर्यके उत्तरायण गमन के पर्व मकर संक्रान्ति की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ…इसशुभावसर पर प्रस्तुत है महाभारत के वनपर्व अध्याय तीन से उद्धृत सूर्यअष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम्… धौम्यउवाचसूर्योSर्यमा भगस्त्वष्टा पूषार्क: सविता रवि: |गभस्तिमानज: कालो मृत्युर्धाता प्रभाकर: ||पृथिव्यापश्च तेजश्च खं वायुश्च परायणम

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सूर्य का मकर राशि में संक्रमण 2019पौष शुक्लअष्टमी,सोमवार 14 जनवरी 2019 को सायं सात बजकर बावन मिनट के लगभग उत्तराषाढ़ नक्षत्र मेंरहते हुए राहू केतु के मध्य बव करण और सिद्ध योग में भगवान भास्कर मित्र ग्रह गुरुकी धनु राशि से निकलकर शत्रु गृह शनि की मकर राशि में संचार करेंगे | जिसे “मकर संक्रान्ति” के ना

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