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नौकर

hindi articles, stories and books related to naukar


जब कभी दरबार में अकबर और बीरबल अकेले होते थे तो किसी न किसी बात पर बहस छिड़ जाती थी। एक दिन बादशाह अकबर बैंगन की सब्जी की खूब तारीफ कर रहे थे। बीरबल भी बादशाह की हां में हां मिला रहे थे। इतना ही नहीं

किसान vs सरकारकिसान मजदूर एक सिक्के के दो पहलू इस जहाँ में बने।किसान बिन मजदूर अधूरा, मजदूर बिन किसान अधूरा।किसान का खेत लहराए मजदूर और खुद के पसीने से। वक्त अब इतना बदल गया, बैल की जगह ट्रैक्टर आ गया।डेगची बेलचा की जगह, खेत किनारे ट्यूबवेल लग गया।घर जमीन के बाद, रेल कॉरिडोर के साथ हाईवे भी बन गए।रे

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