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युवा

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चलो बाग याद आये तो सही जलियावाला बाग के बाद से अब जुबा पर फिर से बाग निकलने लगे है। पेड़ पौधों के न सही महिला पुरषो के झुंड ही सही खुशबू न सही बेरोजगारी की मांग ही सही। पहले इंसान के बगीचे में फल फूल दिखाई देता था। अब होनहार युवा मासूम बचपन दिखाई देता है। पहले का इंसान

युवा नौकरी का टैग पाने के लिए घर परिवार से दूरहोकर डिप्रेशन में हैं युवा|कर एम.फिल. पीएचडी शर्मसार है युवा, कर पढाईलिखाई बेरोजगार हैं युवा|गुजर रही आधी उम्र पढाई में, बाकी की उम्र में बीमारहैं युवा |निकलती हैं नौकरी आठवी पास की, उसमे भी साईकिलचलाने को तैयार है युवा|शादी -विवाह की बात छोडो, खुद का पे

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आज भारत देश में करोड़ो की सख्यां में युवा बेरोजगार है और दिशा विहीन हो कर भटक रहा है 1 इसके पीछे मै कई कारन मन रहा हूँ 1 अगर में उत्तर भारत की बात करूं जहां से मैं सम्बन्ध रखता हु तो मुझे ये ज्ञात होता है की दो और तीन कारन ही मुख्यत:

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योग और पतंजलि उत्पादों के अलावा अकसर अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले योगगुरु स्वामी रामदेव ने एक और बयान दिया है। रामदेव के मुताबिक, जो 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करे उससे वोटिंग अधिकार वापस ले लेना चाहिए। रामदेव ने इसके अलावा अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी तरह जो व्

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विश्व युवा दिवस की उत्पत्ति 1 9 84 की जुबली के दौरान मानी जाती है| दुनिया भर के 30,000 युवा लोगों ने युवाओं की अंतर्राष्ट्रीय जयंती के लिए पोप जॉन पॉल द्वितीय के निमंत्रण को स्वीकार किया था।जॉन पॉल द्वितीयने युवा लोगोंसे कहा, "आजयहां आप सब के द्वारा इसमंच पर क्याशान

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स्वामी विवेकानंद. एक युवा संन्यासी, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को विदेशों में पहचान दिलाई. साहित्य, इतिहास और आध्यात्म की अद्भुत जानकारी रखने वाले विवेकानन्द को एक ऐसे आध्यात्मिक गुरू के तौर पर जाना जाता है, जो हिन्दू धर्म को प्रोग्रे

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** युवावस्था ** युवावस्था आये और सपनों की फसल न उगे ऐसा सम्भव नही इसलिए हमारी नवयुवा पीढी की आँखे भी सपनो की फसलों से लहलहा रही है बल्कि हमारी आज की युवा पीढी के पास अगर बड़े

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कल अचानक ही शहर-भ्रमण करना पड़ा. बस के लिए दिन वाला पास बनवा लिया था. एक छोटी सी गलती या यूँ कहें हड़बड़ी से गलत बस में बैठ गया, जो पहुँचती तो वहीँ थी, पर बहुत ही घूम-फिरके. ये हड़बड़ी बड़ी ही बेतुकी थी, क्योंकि दरअसल मुझे कोई खास जल्दी थी नहीं. सो मै भी बस में बैठा रहा. बहुत दिनों बाद मुझे एक प्रिय काम क

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