आज सात जनवरी है मेरा दर्द डॉ शोभा भारद्वाज आन्दोलन के नाम पर शर्तेमनवाने के लिए सड़के रोक लेना कभी इस जाम में फंसी सीरियस रोगियों ,प्रसव पीड़ा सेतड़पती महिलाओं को ले जाती एम्बूलेंस , थ्रीव्हीलर या गाड़ियां जिनमें सीरियस मरीज निराशासे रास्ता रोके खड़े लोगों के सामने गिड़गिड़ाते स्वजन प्लीज रास्ता दे दीजिय
लाडला वोट बैंक डॉ शोभा भारद्वाज सीएए का विरोध करतामुस्लिम समाजपाकिस्तानी चैनलोंएवं प्रिंटमीडिया मेंसुर्खियाँ बटोररहा है उनके अपनेयहाँ अल्पसंख्यक बेजुबान हैंउनकी जर जमीन धर्म,बच्चियाँ ,जीवन,मरणोपरान्त संस्कार का हक कुछ भी सुरक्षित नहींहै कम उम्र की नादान बच्चियां उठा लेतेहैं कलमापढ़ा कर उनका अधेड़बाल
कैसे कटी उमरिया?बाजार बसता नहीं उजड़ताजा रहा हैं।ब्यपरियों के बाजारीआकडे सब फेल हैं।मुसीबतों के घेरेमे मंदी से भागती रेल हैं।जहाँ न मिला कट वहीहाइवे जाम हैं।चटक रोशनी ठंड भरेकोहरे से परेशान हैं।ओढ़ लो और गम की रज़ाईआंखो मे नींद नहीं।पढ़ना लिखना ब्यर्थसा लगने लगा,कोतवाली थाना आग मेजलने लगा। किसान भी मैसम
सड़को पर वाहनों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही है।इसके फलस्वरूप ट्रैफिक जाम और वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है।दिल्ली सरकार ने सम विषम संख्या आधारित नियम लागू करने का प्रयास किया था लेकिन वह भी कारगर साबित नहीं हुआ।अब वाहन रजिस्ट्रीकरण के समय वाहन मालिक से गैराज या गाड़ी खड़ी करने हेतु पर्याप्त स्थान उ