*मनुष्य का निर्माण प्रकृति के कई तत्वों से मिलकर हुआ है | मानव जीवन में मुख्य रूप से दो ही चीजें क्रियान्वित होती है एक तो मनुष्य का शरीर दूसरी मनुष्य की आत्मा | जहां शरीर भौतिकता का वाहक होता है वही आत्मा आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर रहती है | मनुष्य भौतिक उन्नति के लिए तो सतत प्रयत्नशील रहता है परंतु