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चश्मा

hindi articles, stories and books related to chashma


समाज का चश्मा चंद रस्मों रिवाज का मोहताज है, तभी वो अपनेपन की पहचान देता है। बिन रस्मों के अपनापन भी आवारगी, अय्याशी की भाषा बन जाता है।

तारक मेहता का उल्टा चश्मा के सेट पर विशेष आगंतुक थे, जो बहरो के एक स्कूल से थे।नीला टेलीफिल्म्स और असित मोदी का लोकप्रिय और लंबे समय से चलने वाला शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीवी पर हमेशा विशेष कहानी लाइनों के आसपास काम करता है जो जागरूकता फैलाते हैं और सामाजिक मुद्दों को भी उठाते हैं। साथ ही टीम

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