छूट गयी है जिंदगी की धूरी लड़ रहे हैं नेता कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं लोग धर्म को श्रेष्ठ बनाने के लिए लड़ रहे हैं बच्चे जीत के लिए लड़ रहा है युवा बेरोजगारी के लिए लड़ रहा है सैनिक सरहद बचाने के लिए लड़ रहा है वकील सच झूठ का जामा पहनाने के लिए लड़ रहा है मरीज जिंदगी पाने के लिए लड़ रही है औरत सम्मान
कर्फ्यू में दिनचर्या इस रविवार जनता कर्फ्यू लगा दिया गया है. जाहिर है अब बाहर जाना तो मुश्किल है. मुश्किल क्या नामुमकिन ही है. तो अब फिर यार दोस्तों की सन्डे की गप्प गोष्ठी तो ठप्प हो गई. अब सीनियर सिटिज़न घर में रहकर घरवाली से कितना बतिया लेंगे वो तो आप जानते ही हैं. चलि
एक राजा था। उसका मंत्री बहुत ही होशियार और अड़ियल था। दरबार के कई सभासद मंत्री के खिलाफ षड्यंत्र रचते रहते थे। एक बार राज्य के एक नगर में सत्ता रोग फ़ैल गया। उस बीमारी से राजा बहुत परेशान हो गया। ना दिन को चैन, ना रात को आराम। वो राज्य को देखे या उस नगर को। राजा की परेशानी को देखते हुए, उसके मंत्री ने
कैसा है ये लोकतंत्र ?जहाँ जनता है, ओछी मानसिकता और भ्रष्ट राजनीति की शिकार !यहाँ हर दिन नया मुद्दा , मुद्दे पर बहस होती है ,मरती है तो केवल जनता , राजनीति आराम से सोती है। त्रस्त हो चुकी है जनता , अवसाद की शिकार, मासूम जल रहे हैं या जला दिए जा रहे हैं। इंसानियत को गिरता देखकर भी हम गूंगे , बहरे ब
जनता बनी छनौटा कम आमदानी मे जीने वाला आज भी, उन्ही जंग लगी पटरियों मे दौड़ रहा हैं।पहले के नेता कमआमदनी के सागर वाली उफ़ान हुआ करते थे।आज के आईएस सरकार की गुलामी से जनता की गुलामी करना ज्यादा पसंद करते हैं।महफिल मे जमा इंसानों का मनोरंजन करने वाले अभिनेता अपने पहले दो अक्षर खा कर,नेता बन रहे हैं।देश
क्रिकेटर इमरान खान प्रधान मंत्री के पद के करीब डॉ शोभा भारद्वाज 25 जुलाई के आम चुनावों की गहमागहमी रही मतदाताओं नें नेशनल असेम्बली एवं राज्य विधान सभाओं के लिए मतदान किया चुनाव नतीजे स्पष्ट करते हैं इमरान खान की पार्टी तह
हर कैटेगरी में आरक्षण की देने की बात करने वाली सरकारों को चाहिए कि वह सभी तरह के आरक्षण समाप्त कर अनारक्षित वर्ग के लिए एक कैटेगरी बना दें. फिर जो सरकार के नुमाइंदों का विरोध करें, उनको उस कैटेगरी में डाल दें. हद है आरक्षण मांगने व देने वालों की. इतनी कैटेगरी बना दी है कि