shabd-logo

द्वादसी

hindi articles, stories and books related to Dwadasi


विजय दशमी विशेष "दोहा द्वादसी"रावण के खलिहान में, चला राम का तीर।लंका का कुल तर गया, मंदोदरी अधीर।।-1दश दिन के संग्राम में, बीते चौदह साल।मेघनाथ का बल गया, हुआ विभीषण लाल।।-2कुंभकरण सोता रहा, देख भ्रात अनुराग।सीता जी की आरती, हनुमत करते जाग।।-3कैकेई को वर मिला, सीता को वनवास।राम ढूढ़ते जानकी, खग मृग

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए