shabd-logo

मानो

hindi articles, stories and books related to maano


"पद" वियोग श्रृंगार रस ऊधौ मानों बात हमारीहम कान्हा की राह निहारे, तुमने बात बिगारी।आय गयौ लै अपनी लकुटी, पढ़ते निर्गुन चारी।।जा कहना बंसी वाले से, यमुना जल बीमारी।हे साँवरिया कृष्ण मुरारी, पनघट पड़ी उघारी।।ज्ञान सिखाकर अयन चुराते, कैसे

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए