shabd-logo

रखा

hindi articles, stories and books related to rakha


पान काखोखा पहली हीनज़र मे दिया उसने धोखा।हम भी नकम थे उसीके गली मे,रख दियापान का खोखा।जब भीनिकलती वो अपनी गले से,नजरेलड़ाके वो, नज़रे चुराती वो।कभीइतराकर कभी मुस्कराकर,हमे वोजलाती, हमे वो जलाती।जाती कहाँथी, हमे न बताती,हम भी उसीकी यादों मे जलने लगे...पहली हीनज़र मे दिया उसने धोखा।हम भी नकम थे उसीके गली

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए