shabd-logo

लहू

hindi articles, stories and books related to lahuu


हमारे लहू को आदत है मौसम नहीं देखता, महफ़िल नहीं देखता ज़िन्दगी के जश्न शुरू कर लेता है सूली के गीत छेड़ लेता है शब्द हैं की पत्थरों पर बह-बहकर घिस जाते हैं लहू है की तब भी गाता है ज़रा सोचें

लहू के आंसू...कौन रुख़सत हुआ है हिन्दुस्तान सेलहू के आंसू गिरने लगे आसमान सेदेखे थे जो सपने सब चकनाचूर हुएतार-तार सब उनके शुभ दस्तूर हुएनहीं मिलेंगे वो हमको इतने दूर हुएभेजा था सीमा पर किस अरमान से कौन रुख़सत हुआ है हिन्दुस्तान से लहू के आंसू गिरने लगे आसमान सेआंधियों से तूफां बनकर टकरा गयाफर्ज

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए