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साठी

hindi articles, stories and books related to sathi


बावरापन नहीं अकेलापन बहुत कुछ आ जाने से बावरा होना लाज़मी हो जाता हैं।मानव के इस बावरेपन को एक पेड़ के जरिये सीचते हैं।मिट्टी मे जड़े धसा दिया, जमीन से सबकुछ ले लिया।आसमान को इस आश से निहारता रहा एक बूंद पनी के लिए।खुद को इतना हरा किया नई कोपलों के साथ कली फूल से फल बनाया।फूल-फल दोनों चले गए शहर की बाज

कल्पना को आज भी वह शब्द याद है। "साथी" सच इस शब्द के इर्द गिर्द उसने अपनी जिंदगी को बुनना शुरू कर दिया था। जिंदगी है क्या कभी जाना ही नहीं था। रात के अंधेरे में धीरज का मेसेज का स्करीन पर टू टू की आवाज के साथ आना। आज भी कल्पना की धडकनों में रमा है। शाम 8 बजे के बाद जब भी मेसेज की ट्यूनिंग आती। उसे व

साथी उसे बनाओं जो सुख दुख में साथ दे.ना कि उसे जो सिर्फ तस्वीरों में आपकी शोभा बढ़ाएं.शिल्पा रोंघे

जब लोगों को अपने पन से तकलीफ होने लगें, आपकी बातें उन्हें ताने लगनी लगे, तो कहां जाओगे? उन्हें कब तक अपना समझ, समझाओगे, मनाओगे? जिसके दिल की जगहें संकुचित होने लगे। प्रेम और समझ ,शक में सिमटने, सिकुड़ने लगे। समाज जंजीर बन जकड़ने लगे। आपका विश्वास (साथी)आपसे अकड़ने लगे। तो दूरी के सिवा क्या दवा है।

एक नज़र इधर भी आँख से नींद बनी,पेट से खेत बना,बच्चे से प्यार बना। जीवन साथी से जीना। क्या रखा हैं इस धनदौलत मे?ये तो हैं मानव के मन को गुमराह करने का बहाना।पूज लो माँ-बाप को जीससे बनी ये काया।क्यों फिरता हैं जग मे, बंदा तू मारा-मारा?दिल, दिमाग, मन चंचल, इससे सब कोई हारा।

आज मन की हलचलों ने कदमों को चलने न दिया।बहुत सोचा जाऊं या ना जाऊ । घर दूर, अपने आंखों से दूर, मौसम भी मगरूर ठंडी का है।सफर सहर में है। शाम की बातों ने मन को बोझिल कर दिया था।सब हलचलों और बोझिल शाम को समेट अपनी चारपाई पर तकिए के नीचे दबा लिया था। ठंडी की सिहरन

दर्द उनको भी है , दर्द हमको भी है बिछड़ने का, दर्द उनका है कोई साथी ना मिला, हमको दर्द है कोई साथी ना रहा.वो तड़पते है साथी के लिए हम तो मरते है क्यूँ साथ तेरा ना रहा. दर्द सबको है अपना-अपना, वज़ह भी सबकी है अपनी-अपनी. (आलिम)

“कुंडलिया”पकड़ो साथी हाथ यह हाथ-हाथ का साथ। उम्मीदों की है प्रभा निकले सूरज नाथ।।निकले सूरज नाथ कट गई घोर निराशा। हुई गुफा आबाद जिलाए थी मन आशा॥ कह गौतम कविराय कुदरती महिमा जकड़ो। प्रभु के हाथ हजार मुरारी के पग पकड़ो॥-१बारिश में छाता लिए डगर सुंदरी एक। रिमझिम पवन फुहार नभ पथ

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Dushmanon Ne To Dushmani Ki Hai Lyrics of Saathi : Dushmanon Ne To Dushmani Ki Hai is a beautiful hindi song from 1991 bollywood film Saathi. This song is composed by Nadeem and Shravan. Kumar Sanu and Anwar has sung this song. Its lyrics are written by Surendra Sathi. साथी (Saathi )दुश्मनों ने तो द

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Yaarana Yaar Ka Na Kabhi Chhutega Lyrics of Saathi : Yaarana Yaar Ka Na Kabhi Chhutega is a beautiful hindi song from 1991 bollywood film Saathi. This song is composed by Nadeem and Shravan. Kumar Sanu and Vipin has sung this song. Its lyrics are written by Hasrat Jaipuri. साथी (Saathi )याराना यार क

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साथी से जिंदगी की तालाश मी हम के गीत: यह कुमार सानू द्वारा नादेम और श्रवण द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। जिंदगी की तालाश मी हम गीत गीत समीर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।साथी (Saathi )ज़िन्दगी की तलाश में हम (Zindagi Ki Talash Mein Hum ) की लिरिक्स (Lyrics Of

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'साथी' 1 99 1 की हिंदी फिल्म है जिसमें आदित्य पंचोली, वर्षा उस्गांवकर, मोहसिन खान, केदार खान, असरानी, ​​परेश रावल, अनुपम खेर, अवतार गिल, मुश्ताक खान, शशि किरण, अनुरादा पादुवाल, सोनी रजदन और राजू श्रेता प्रमुख भूमिका निभाते हैं। । हमारे पास 4 गीत गीत और साथी का एक वीडियो गीत है। नदीम और श्रवण ने अपना

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"Saathi" is a 1968 hindi film which has Rajendra Kumar, Simi, Veena, David, Sanjeev Kumar, Vyjayantimala, Phari Sanyal, Ram Mohan, Nandini, Sapru, Shabnam and Pratima Devi in lead roles. We have and one song lyrics of Saathi. Naushad has composed its music. Lata Mangeshkar has sung these songs whi

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