*परिवर्तन सृष्टि एवं प्रकृति का नियम है | यहां समय के साथ सब कुछ परिवर्तित होता रहता है | जिस प्रकार समय-समय पर ऋतुएं परिवर्तित होकर मनुष्य को जीवन जीने में सहायक होती है उसी प्रकार समय अनुकूल परिवर्तन स्वयं में मनुष्य को भी कर लेना चाहिए | जो समय के अनुसार परिवर्तन नहीं कर पाता है वह अपने जीवन में