5 मई 2019
हो गई है इन्तहा अब डर की मेरे यारों, कब तक यूँ डरो के सितमगर से मेरे यारों. आये है बहुत तानाशाह कोई रहा नहीं यारों, फ़तह हुई है उन्ही की जो डरा नहीं मेरे यारों. (आलिम)