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होली

25 मार्च 2024

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होली
रंग एक ना था जीवन के।
होली ने रंगे सबके तन मन चोल के।।

कितना उत्सव और उल्लास भरा।
थिरकते पाँव गीत मीठे बोल के ।।

बौराई आम मदहोश का संदेश देते।
मानवता में मीठे रस घोल के।।

ऐसा प्रेम घटा है अन्तश में ।
जग तौल न पाया कितने मोल के ।।

मीरा का रंग न छुड़ा सका राणा।
ज्यो कृष्ण का रंग चढ़ा सिर बोल के ।।


जहाँ जहाँ पड़ी है गाठे खोल के।
निकाल देती है मवाद टटोल के।।

होलिका जल गई प्रहलाद बच गया।
राक्षस का अन्त मन भूगोल के ।।


Save tree🌲 save earth🌍 &save life♥️

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रचनाएँ
मधुकोश
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जिस प्रकार से मधुमक्खियाँ फूलो का रस चूसकर मधुकोश का निर्माण करती है उसी प्रकार जीवन के विभिन्न पहलुओं के रस का निचोड़ इस काव्य-संग्रह में है। हम जो है वही हम प्रक्षेपण करते है उसी का रंग संसार में भरते है। हमारा होना हमारी आन्तरिक परिणाम का कारण है इस तहखाने की सफाई होनी चाहिए।
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हम हिन्द हिन्दी हमारी जान

13 सितम्बर 2023
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समाहित जिसमे संसार और भारत की शान हम हिन्द हिन्दी हमारी जान। बड़ी मीठी प्यारी हमारी भाषा कितने सितारे जन्मे महान हम हिन्द हिन्दी हमारी जान । सभी कलाओ का पहचान कराती भारत की राष्

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हाय रे हाय हाय हिन्दी

14 सितम्बर 2023
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मस्तक मध्य चमकती गर्व से हमारा मान रखती भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी। दुनिया में इतिहास रचा हिन्दी हाय रे हाय हाय हिन्दी,जैसे हो माथे की बिन्दी। मेरे भावो की अभियक्ति माँ की तरह पोषण करती

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बेटी

24 सितम्बर 2023
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कदम से कदम मिलाती बेटियां । सबका साथ निभाती बेटियां । माँ का हाथ बटाती बेटियां। छोटे को नहलाती बेटियां। संग संग शाला जाती बेटियां। टीचर जी को भाती बेटियां। शिक्षा दीप जलाती बेटियां। कुल रोश

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"तुम,तुम हो मै,मै हूँ "

22 अक्टूबर 2023
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तुम, तुम हो मै,मै हूँ । हम दोनो एक दूसरे पर हावी हो नही सकते तुमसे अच्छा कर नही सकता मुझसे अच्छा हो नही सकता तुम्हारी कोई कापी नही और न मेरी कोई कापी है तुम,तुम हो मै,मै हूँ । दोनो वि

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असम्भव से संभव तक का सफर आसान न था

23 अक्टूबर 2023
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असम्भव से सम्भव तक का सफर आसान न था । प्रजा की रक्षा और अपने ही लोगो से लड़ना, रंक से राजा तक का सफ़र आसान न था ।  असम्भव---------------------------------------। भूखा रहकर कठिन परिश्रम किए,

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दर्पण

1 दिसम्बर 2023
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किसकी कमी जो मै लिखूंगा कौन सी गाठ पड़ गया जो कलम की स्याही बनकर उतर रहा है । अपूर्णता का भाव या अतीत का दमन जो नासूर बनकर उभरता तराजू सन्तुलन में नही किसी एक तरफ झुका रहता था बाजार में

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हम भारत के वासी है,हिन्दी रच वासी है

7 जनवरी 2024
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हम भारत के वासी है,हिन्दी रच वासी है । राम कृष्ण की जन्मभूमि ब्रज के वासी है ।। कितने तपोभूमि मिलते जैसे मथुरा काशी है । हम सब है इन्सान पर अलग अलग राशि है।। मधुर रचना करते हिन्दी में वो भी प्

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मकर संक्रांति

13 जनवरी 2024
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मकर संक्रांति का दिन सूर्य के उत्तरायण का देश के भागो में उत्सव विभिन्न खानदान का। कहीं बिहू,कहीं पोंगल,कहीं खिचड़ी,कहीं सक्रांति हिंदू धर्म में सूर्य देव की पुजा विधान का। मांगलिक कार्यों

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राम

21 जनवरी 2024
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राम नाम बड़ा प्यारा अपना राज दुलारा खोज में जो निकले पाने को अमृत कुंड रास्ते बड़े कठिन पर संकल्प दृढ़ अटल प्यासो का प्यास बुझाता प्राणो से प्यारा राम नाम बड़ा प्यारा अपना राज दुलारा। एक दशरथ

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ओ देश के नौजवान

30 जनवरी 2024
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ओ देश के नौजवान जागो जागो तुम कहाँ हो, किससे तुम्हे लड़ना है, और किसलिए लड़ना है, कौन सी सीमा अपनी, कौन सी सीमा दुश्मन की, जागो देश के पहलवान। ओ देश के नौजवान। माना दो नगर के बीच, खीची

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शहीद

20 मार्च 2024
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हे शहीद तुम कहाँ हो इस जमीन के खातिर तुमने लहु बहाया हे शहीद वो जमीं और तुम कहाँ हो। तुम शरीरी हो तो तुम्हारी अवस्था कैसी अशरीरी हो तो देख लो तुमने जो गोली चलायी थी वे लोग किस लोक के

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होली

25 मार्च 2024
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