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इश्क में शायरी

7 जनवरी 2023

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इश्क के जाल में कब तक रह पाएगा
लौट  के  बुद्धू  घर को वापस आएगा

हवा में  कब तक , यू जी न पाएगा
जहर तो होगा लेकिन पी न पाएगा



तेरा  नाम लेना भूलू , कुछ काम तो दे
कृष्ण राधा को चाहे, मीरा श्याम तो दे
मौलाना  मस्जिद  भूले , पंडित  मंदिर
चल  दोनो  को  इक - इक जाम तो दे

दिल  बहुत  कुसूर  कर  रहा  है  न
तेरा नाम मुझे मशहूर कर रहा है न
बदलू  मिजाज़  ए   फितरत कह दो
वो न बोलके मुझे बेकुसूर कर रहा है न
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रचनाएँ
दैनन्दिनी
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यहां आपको रोज नई नई शायरिया पढ़ने को मिलेंगी।
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इश्क में शायरी

16 नवम्बर 2022
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आजकल वक्त बर्बाद बहुत कर रहा हूं मै

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इश्क में शायरी

18 नवम्बर 2022
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इंतजार है बरसों से, इंतिहां तो ना लोदिल लगाया है तुमसे , सजा तो ना दोगुजारिश है निगाहों से तेरी,दीदार का इतना जुर्माना तो ना लोडूबे हुए हैं किनारे गिलासों में,अब इतन

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इश्क में शायरी

18 नवम्बर 2022
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जिस्म से रुह तक उतर सी गई आज मुझको मधु चढ़ सी गईरातभर थकन महसूस ही नही,सुबह देखा तो फिर से उतर सी गईतूने मुझ पर ये कैसा जादू टोना किया,जो पी&nbs

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इश्क में शायरी

29 नवम्बर 2022
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सुना है वो बहुत खुबसूरत हैक्या तुम्हे उससे मोहब्बत है चलो इक मुलाकात करते हैक्या तुम्हारी इजाजत हैउस तलक मेरी बात क्यों नही जातीकोसता हूं तो

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शेर

7 जनवरी 2023
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सच कहने के वो नही आदी,सोचते है देश कैसे बेचा जाएबचाकुछा दाना जो भूखे पेटो में,सोचते है वो भी कैसे लोचा जाएगिरवी पड़ी है जमीं अखबारों की,सोचते है सच कैसे छापा जाएसच के मरीज, लोग झूठ सु

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इश्क में शायरी

7 जनवरी 2023
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इश्क के जाल में कब तक रह पाएगा

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