आजकल की भागदौड़ भरी जिदंगी में मनुष्य अपने खान-पान का ठीक तौर से ध्यान नहीं रख पाता है जिस कारण वह बाहरी व फास्ट फूड का सेवन करता है जिसमें खराब तेल और गुणवत्ता की कमी होती है और मानव इस मोटापा नामक बीमारी से ग्रसित हो जाता है। मोटापा में शरीर में अधिक मात्रा में वसा एकत्रित हो जाती है। मोटापे के कारण शरीर की बनावट तो खराब होती है उसके साथ ही यह अन्य रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं जिसमें ह्रदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप सहित अन्य तमाम बीमारियों को बढ़ावा देता है। मोटापे का प्रमुख कारण अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन, शारीरिक गतिविधियों का अभाव, आनुवांशिकी का मिश्रण हो सकता है। मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति के जीवनशैली में काफी बदलाव का सामना करना पड़ सकता है उनको सीढ़ियों पर चढ़ने, पैदल चलने और पारिश्रमिक कार्य करने पर काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
मोटापा के कारण
मोटापा होने के बहुत सारे कारण हो सकते है, जिसमें से कुछ प्रमुख कारण निम्न है-
अत्यधिक भोजन का सेवन- अगर आप सारा दिन खाते रहते है और उससे प्राप्त कैलोरी का खपत करने में असमर्थ रहते है तो इससे भी मोटापा हो सकता है।
जीवन शैली के कारण- यदि आप एक निष्क्रिय जीवन शैली व्यतीत करते है और दिन भर कोई व्यायाम को नहीं करते है। पूरा समय खाली बैठे रहते है तो यह भी मोटापा बढ़ाने के कारणों में से एक है।
अनुवांशिकी के कारण- शरीर के वजन बढ़ने के कारण में अनुवांशिकी, व्यवहारिक और हार्मोनल प्रभाव भी शामिल है इनके कारण भी शरीर में मोटापा बढ़ जाता है।
दवाओं के कारण- कई प्रकार की दवाओं का सेवन भी मोटापे का कारण बन सकती है। इनमें स्टेराइड हार्मोन और मनौवैज्ञानिक स्थितियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कई दवाएं शामिल है। एंटी-ड्रिप्रेसेंट्स, एंटी-सीज़र दवाएं, मधुमेह की दवाएं, एंटी-साइकोटिक दवाएं, स्टेरॉयड और बीटा ब्लॉकर्स जैसी दवाओं के सेवन से शरीर का वजन बढ़ सकता है।
शराब का अधिक सेवन- जो व्यक्ति अधिक शराब का सेवन करते है उनमें मोटापा का खतरा अधिक होता है क्योंकि अल्कोहल में वसा की मात्रा अधिक होती है और इससे शरीर का वजन बढ़ जाता है।
नींद की कमी – नींद की कमी या बहुत अधिक नींद आना हार्मोन में बदलाव कर सकती है जिससे भूख बढ़ती है, इस वजह से आपको कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन की इच्छा होती है, जो वजन बढ़ाने में योगदान दे सकती है।
मोटापा के लक्षण
वैसे तो शरीर में मोटापा बढ़ने के लक्षण का पता शुरुआत में चल जाता है लेकिन मनुष्य तब इस समस्या से अंजान रहता है। शरीर में चर्बी एकत्रित होने के कारण से शरीर में मोटापा बढ़ता है। कमर और पेट के परिधि में शरीर के चारों तरफ वसा की मात्रा अधिक होने के कारण शारीरिक बनावट में बदलाव नजर आता है। कमर की नाप में अनियंत्रित वृद्धि मोटापे का एक प्रमुख कारण है। मोटापा होने के कुछ प्रमुख लक्षण निम्न है-
शरीर के वजन में अनियंत्रित वृद्धि होना
औसत से अधिक शारीरिक बनावट में बदलाव
बॉडी मास इंडेक्स में बढ़ोत्तरी होना
थोड़ा सा परिश्रम करने से सांस का फूलना
शरीर में बहुत अधिक पसीना का आना
सोते समय तेजी के साथ खर्राटे लेना
पीठ दर्द या जोड़ो में दर्द की समस्या होना
बहुत अधिक या कम नींद आना
अगर आपको उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी दिखे तो आप में मोटापे के लक्षण की शुरुआत हो सकती है और आपको अत्यधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी। शरीर में मोटापा बढ़ने के कारण मनुष्य अपने अंदर बहुत हीन भावना उत्पन्न कर लेता है और वह खुद को सबसे अलग महसूस करने लगता है जबकि शरीर में ऐसे परिवर्तन का होना स्वाभाविक है। कुछ शारीरिक व्यायाम और दवाओं के सेवन और खान-पान में बदलाव करके आप इस समस्या से जल्द ही छुटकारा पा सकते है।
मोटापा का इलाज
मोटापा से ग्रसित व्यक्ति इससे जल्दी से छुटकारा पाने का प्रयत्न करता है जबकि मोटापा खत्म करने के लिए काफी समय देना पड़ सकता है। अगर आपको महसूस हो कि आपके शरीर में फालतू की चर्बी एकत्रित हो रही है जो आगे चलकर मोटापे का प्रमुख कारण बन सकता है तो आप डॉक्टर से शीघ्र ही परामर्श लें। कुछ दवाओं के सेवन और नियमित दिनचर्या में बदलाव करके आप मोटापे की समस्या से छुटकारा पा सकते है।
मोटापा से छुटकारा
मोटापे को रोकने और स्वस्थ शरीर के वजन को बनाएं रखने के लिए संतुलित भोजन खाएं और नियमित रूप से व्यायाम करें। आप अपने भोजन में कम कैलोरी का उपयोग करें। सुबह उठकर पैदल चलने का प्रयास करें और संभव हो तो आप जिम भी जाकर व्यायाम कर सकते है। कुछ योग आसन है जिन्हें अपनाकर आप मोटापे की समस्या से मुक्ति पा सकते है-वज्रासन, हस्तासन और त्रिकोणासन।