बाहुबली रणक्षेत्र की ओर कूच करते हैं
रण जीत कर आते या मर कर अमर होते हैं
जो शोषित सह कर आर्तनाद् करते हैं
त्रुटिपुर्ण कुपरंपरा चला ये निरीहसम बन
समाज का सर्वथा अहित हीं करते हैं
डॉ. कवि कुमार निर्मल
बाहुबली रणक्षेत्र की ओर कूच करते हैं
रण जीत कर आते या मर कर अमर होते हैं
जो शोषित सह कर आर्तनाद् करते हैं
त्रुटिपुर्ण कुपरंपरा चला ये निरीहसम बन
समाज का सर्वथा अहित हीं करते हैं
डॉ. कवि कुमार निर्मल
अवतरण: 1:30 उपरान्ह, विजया नवमी (वृहष्पतिवार) १९५०, पड़रौना, उत्तर प्रदेश, भारतवर्तमान स्थाई आवास: बेतिया (पश्चिम चंपारण) बिहारभु. पु. चिकित्सा वरीय पदाधिकारीपश्चिम बंगाल व बिहार सरकार स्वास्थ्य सेवाएम (आगे पढ़िये ...)