सुलगते आग को मै इश्क़ बता देता हूँ
इस तरह लफ्ज़ों का मै जाल बना देता हूँ
जो मेरे इश्क में पतंगों से जल गये यारों
उन्ही को आज से आशिक करार देता हूँ
©®डॉ नरेन्द्र कुमार पटेल
सुलगते आग को मै इश्क़ बता देता हूँ
इस तरह लफ्ज़ों का मै जाल बना देता हूँ
जो मेरे इश्क में पतंगों से जल गये यारों
उन्ही को आज से आशिक करार देता हूँ
©®डॉ नरेन्द्र कुमार पटेल
डॉ नरेन्द्र कुमार पटेल मूलत: भगवान बुद्ध की धरती कपिलवस्तु (सिद्धार्थ नगर) उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। जिनकी प्रारंभिक शिक्षा गृह जनपद सिद्धार्थ नगर मेँ ही हुई है, भूगोल विषय में पी-एच॰ डी॰ &nbs (आगे पढ़िये ...)