कोलकाताः लोग भूतों के नाम से बहुत डरते हैं। इसे लेकर कई तरह की कहानियां भी सुनने को मिलती रहती है। आपने देश में कई ऐसे जगहों के बारे में सुना होगा, जहां भूतों का बसेरा है। ऐसी ही एक कहानी है भुतहा रेलवे स्टेशन की जो भारत में है। यहां 50 सालों से कोई भी आसपास भटकने से भी कतराता है। कोलकाता से 260 किमी दूर बेगनकोडार स्टेशन पर सफेद साड़ी वाली चुड़ैल का इस कदर कौफ है, कि यहां हमेशा सन्नाटा पसरा रहता है। न कोई ट्रेन यहां रुकती है और न ही कोई सवारी यहां आती है।
कुछ समय बाद यहां एक ट्रेन का हॉल्ट बनाया पर ये कहानियां इतनी तेजी से फैलीं कि रेलवे कर्मचारी तक डरने लगे। उन्होंने यहां काम करने से ही इंकार कर दिया। कर्मचारी यहां पोस्टिंग कराने से भी डरने लगे। बिना स्टेशन मास्टर और सिग्नल मैन के स्टेशन चालू रखना रेलवे के लिए संभव नहीं था, इसलिए इस स्टेशन को बंद कर दिया गया।
क्या सचमुच यहां सफेद साड़ी वाली चुड़ैल भटकती है। इसके बारे में पता लगाने के लिए हाल ही में बेंगलुरु की पैरानॉर्मल रिसर्च करने वाली टीम ने इस स्टेशन के अंदर रात गुजारी हैं। टीम के मुताबिक यहां ऐसी कोई प्रेत आत्मा या पैरानॉर्मल एक्टिवटी के होने के संकेत नहीं मिले हैं। जिससे ये सावित हाे की यहां पर काेई सफेद साड़ी वाली चुड़ैल हैं। इसके बाद से लोगों का डर कुछ हद तक कम हो गया है।
इस स्टेशन को 1962 में बनाया गया था। कुछ समय तक सब कुछ ठीक रहा, लेकिन 1967 में यहां के लोगों ने भूत देखे जाने का दावा किया, जिसके बाद यह स्टेशन सुनसान रहने लगा। 1967 में यहां के स्टेशन मास्टर ने पुरुलिया इलाके में रेलवे लाइन के पास सफेद साड़ी पहने एक भूत देखने का दावा किया था। कुछ दिन बाद उस स्टेशन मास्टर की मौत हो गई। अफवाह फैली कि उस चुड़ैल ने ही स्टेशन मास्टर को मार दिया हैं।
कुछ लाेगाें का कहना हैं, कि यह उसी महिला का भूत है, जिसकी ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। कोई कहता कि उसने यहां से गुजरते वक्त सफेद साड़ी में एक महिला को प्लेटफॉर्म पर नाचते देखा, तो किसी ने उसे पटरियों के आसपास देखने की बातें कहीं हैं।