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क्या हम मुफ्तखोर है?

17 फरवरी 2015

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मुफ्तखोरी किसे कहते है ये क्या आर एस एस और बीजेपी हमे सिखाएगी ? इस देश के 70% गरीब लोगों को मुफ्तखोर कहना उनका अपमान है बीजेपी ऐसा कहना बंद करे नहीं तो जनता उसे सबक सिखाएगी। गरीबों को उनका पूरा हक़ दे सरकार। जितना पैसा केंद्र और राज्यों से गरीबो के लिए आता है पाई पाई उसके पास पहुँचाने की व्यवस्था करे सरकार। मुफ्तखोरी तो इनके नेता और अधिकारी कर रहे है। सारा गरीब के जनकल्याण का पैसा खाने वाले को मुफ्तखोर कहते है या फिर हक़ का पैसा खाने वाले को मुफ्तखोर कहते है मुफ्तखोर तो वो लोग है जो बड़े बड़े पूंजीपतिओ से कमीशन खा कर उनके हक़ में कानून बनाते है और फैसले लेते है। मुफ्तखोर की परिभाषा आर एस एस हमें ना समझाए हम जानते है की मुफ्तखोरी कौन कर रहा है। मुफ्तखोरी तो देश के भ्रस्ट नेता कर रहे है मुफ्तखोरी तो देश के बाबू लोग कर रहे है मुफ्तखोरी घुस के पैसे खाने वाले को कहते है मुफ्तखोरी कमीशन के पैसे खाने वाले को कहते है। मुफ्तखोरी बेईमानी का पैसा खाने वाले को कहते है मुफ्तखोर दलाली का पैसा खाने वाले को कहते है। हम गरीब तो अपने हक़ का पैसा खा रहे है और मांग रहे है। हम गरीबों को हमारा हक़ मिलना चाहिए। वरना हम उनको सबक सिखाएंगे। हम न तो नेता है न ही सरकारी बाबू और न ही हम दलाल है न ही कमीशनखोर तो फिर हम मुफ्तखोर कैसे हुए। जब देश के दवा कोम्पनिओ के मालिकों के दबाव में आकर गरीबों के हक़ के विपरीत काम करते है और मुफ्तखोरी को बढ़ावा देते है .तब आरएसएस को इनकी मुफ्तखोरी दिखाई नहीं देती जब देश की जनता को पंद्रह लाख का सपना दिखाया गया और कालेधन कुबेरों के काले पैसे को ठिकाने लगाने के लिए उनसे कमीशन खाया गया तो आरएसएस को इनकी मुफ्तखोरी दिखाई नहीं दिया .आरएसएस को तय करना होगा की मुफ्तखोरी किसे कहते है .
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दिल्ली की राजनीति

27 जनवरी 2015
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अभी दिल्ली में चुनाव की सरगर्मी है ऐसे में सभी पार्टियां जोर शोर से चुनाव प्रचार में लगी है सभी पार्टियों का एक ही मकसद है किसी प्रकार जनता को दिग्भ्रमित करके अधिक से अधिक वोट लिया जाये .ऐसे में एक ही पार्टी है जो अपने मुद्दो पर ध्यान केंद्रित किये हुए है और वो है आम आदमी पार्टी | इस पार्टी के लोग ई

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दिल्ली की जनता का देश के नाम सन्देश।

10 फरवरी 2015
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प्रिये देशवाशियो। हम दिल्ली के लोग देश को सन्देश देना चाहते है की देश नेताओं की दलाली से तंग आ चुकी है दलाली बंद होनी चाहिए। हम सन्देश देना चाहते है की देश नेताओं और बाबुओं की रिश्वतखोरी से तंग आ चुकी है रिश्वत खोरी बंद होनी चाहिए। हम देश के लोगों को सन्देश देना चाहते है की नेता और सरकार कॉर्पोरे

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मन की बात नहीं जान की बात

11 फरवरी 2015
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प्रिये अरविन्द केजरीवाल जी इस प्रचंड बहुमत के लिए 'आप' और आपको बधाई। जिस भाजपा को ठीक 9 महीने पहले जनता ने प्रचंड बहुमत दिया था उसी जनता ने मोदी और बीजेपी को धूल चटा दिया। इसके कारणों की अगर समीक्षा करे तो केवल यही निष्कर्ष निकल कर आता है की जनता अब केवल वादों से संतुष्ट नहीं होने वाली है। जिस 15

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क्या हम मुफ्तखोर है?

17 फरवरी 2015
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मुफ्तखोरी किसे कहते है ये क्या आर एस एस और बीजेपी हमे सिखाएगी ? इस देश के 70% गरीब लोगों को मुफ्तखोर कहना उनका अपमान है बीजेपी ऐसा कहना बंद करे नहीं तो जनता उसे सबक सिखाएगी। गरीबों को उनका पूरा हक़ दे सरकार। जितना पैसा केंद्र और राज्यों से गरीबो के लिए आता है पाई पाई उसके पास पहुँचाने की व्यवस्था क

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