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लखन नागर के बारे में

लखन नागर एक लेखक हैं, जो मूल रूप से झालावाड़ जिले के गाँव पीतामपुरा से सम्बंधित हैं । पिता श्री मन्ना लाल नागर किसान तथा माता सुश्री रामप्यारी बाई गृहिणी और खेती में सह-सहायिका हैं। 2022 से उन्होंने कहानियाँ लिखना शुरू किया । उनकी कुछ प्रसिद्ध कहानियाँ "तिराहा", "सानिध्या " और "तितलियां" तथा प्रमुख कविताओं में ' चाय और तुम ' और ' अंतिम स्वान क्रीड़ा ' शामिल हैं |

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लखन नागर की पुस्तकें

तिराहा

तिराहा

तिराहा मूल रूप से दो पीढियों के मध्य प्रेम की धारणा के अंतर को लेके लिखी गयी हैं | प्रेम त्रिकोण ( लव ट्रैंगल ) को एक अलग दृष्टिकोण से दिखाती यह कहानी गन्नू , सीमा , लेखक या रानू और नेहा से इतर समस्त युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं जो जीवन के कि

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तिराहा

तिराहा

तिराहा मूल रूप से दो पीढियों के मध्य प्रेम की धारणा के अंतर को लेके लिखी गयी हैं | प्रेम त्रिकोण ( लव ट्रैंगल ) को एक अलग दृष्टिकोण से दिखाती यह कहानी गन्नू , सीमा , लेखक या रानू और नेहा से इतर समस्त युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं जो जीवन के कि

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सानिध्या

सानिध्या

सानिध्या ग्रामीण परिवेश की एक लड़की की कहानी हैं जो विभिन्न चुनोतियों को पार करके अपने सपनो को पाने के लिए एक बड़े शहर में जाती हैं | कहानी में कुछ स्तरों पर स्त्री मनोविज्ञान ( ग्रामीण परिवेश के सन्दर्भ में ) को भी छूने का प्रयास किया गया हैं |

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सानिध्या

सानिध्या

सानिध्या ग्रामीण परिवेश की एक लड़की की कहानी हैं जो विभिन्न चुनोतियों को पार करके अपने सपनो को पाने के लिए एक बड़े शहर में जाती हैं | कहानी में कुछ स्तरों पर स्त्री मनोविज्ञान ( ग्रामीण परिवेश के सन्दर्भ में ) को भी छूने का प्रयास किया गया हैं |

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