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यादगार ईद

10 नवम्बर 2021

47 बार देखा गया 47

🙇🙇 साथियों सभी को छठ की ढेरों शुभकामनाएं

आज मैं आपके सामने अपने बचपन की एक बहुत ही छोटी-सी घटना का जिक्र करूंगी जो ईद से संबंधित है।
😊😊 ईद का त्योहार चांद को देख कर ही मनाया जाता है मुझे अपने बचपन की घटना याद है कि हमने अपनी मां बापू के साथ देर रात तक आसमान में ईद के चांद को तलाशा किया पर बादल होने की वजह से कहीं भी दिखाई नहीं दिया ना ही कहीं से कोई न्यूज़ चांद के निकलने की मिली

😃 😃हम लोग सपरिवार ट्रेन में बैठकर घर पहुंचे परिवार संग ईद मनाने का मज़ा ही कुछ और होता है वहां बड़े पापा और बड़ी मम्मी बेसब्री से हम लोगों का इंतज़ार कर रहे थे देर रात तक जागने के बाद फिर हम सो गए बड़े पापा देर रात तक ऊंचे से स्टूल पर बैठ कर रेडियो से कान लगाए चांद की ख़बर का इंतजार करते रहे और अंत में थक हार कर यह चांद भी ना...... यह कह कर उठ गए।
रात के 3:00 बजे अचानक पटाखे फोड़ने की आवाज से आंख खुली पता चला कहीं चांद हो गया है और सुबह में ही ईद होगी बड़ी मम्मी और पापा ने हमारे लिए ईद के कपड़े जूते और रुमाल सब पैक करके सोते में ही हमारे पास रख दिए थे के अचानक देखकर बच्चे  बहुत खुश होंगे हम पूरी रात उन्हें गोद में लेकर लेटे रहे रंग बिरंगे रैपर में लिपटे हुए बहुत खूबसूरत लग रहे थे जिन्हें हम बार-बार देखना चाहते थे सुबह ही देखने के लिए बोला गया था सो मजबूरी थी😔😔
अचानक चांद की खबर सुनकर घर के लोग तो पकवान बनाने में मस्त हो गए और हम लग गए अपना गिफ्ट खोलने में जल्दी जल्दी अपने कपड़े देख बहुत खुश हुए और पहनकर जल्दी से तैयार हो गए उस समय ईदगाह नमाज के लिए सब लोग पैदल जाते थे बूढ़े लोग और बच्चे ट्रक में बैठकर जाते थे यही बात हमारे लिए ख़ास थी बार बार ट्रक के चले जाने का एनाउंसमेंट हो रहा था हम जल्दी-जल्दी दौड़ कर ट्रक में बैठ गए सब दोस्तों के साथ बहुत मस्ती की नमाज़ के बाद वहां लगे मेले का सब ने खूब मज़ा लिया मैंने वहां से सबसे पहले लाल पन्नी लगा चश्मा खरीद कर पहना फिर सफेद रंग का मुकुट खरीद कर लगाया( आज सोचती हूं काश मेरे पास वह फोटो होता) सीटी ख़रीदीं और साथ में दो बड़े

🎈🎈गुब्बारे भी लिए पूरे रास्ते ट्रक में  सब नाचते गाते और सीटी बजाते हुए घर पहुंचे हमें देखकर घर वालों का हंसते-हंसते बुरा हाल था और हमने अपने आप को समझा कि शायद बहुत खूबसूरत लग रहे होंगे हम। जिसमें से एक गुब्बारा तो मेरे भाई ने वहीं फोड़ दिया था जिससे मैं उदास थी मेरी रोनी सूरत देखकर मेरी बड़ी मम्मी ने कहां इसको ईदी नहीं मिलेगी यह कहकर मुझे उन्होंने ईदी दी।( रुपए )और मैं शीर(ईद पर बनने वाली स्पेशल मीठी सवंईया )खाने में मस्त हो गई। ऐसे था बचपन का त्योहार कोई दिखावा  नहीं सब मिलजुल कर त्योहार मनाते थे।
😃 और हम सबके घर खा पीकर रात में ही घर लौटते थे।; यह यादगार रह गई अब कहां देखने को मिलता है ऐसा प्यार ऐसा अपनापन। बाहर से आने वालों में हम ही हुआ करते थे और पूरा मोहल्ला हमारे इंतज़ार में आंखें बिछाए रहता था।
😊😊

रेखा रानी शर्मा

रेखा रानी शर्मा

बहुत सुन्दर 👌

1 जनवरी 2022

Anita Singh

Anita Singh

ईद की ख़ुशी और बचपन का वो अल्हड़पन भय ही सुंदरता से लिखा आपने।सुन्दर संस्मरण

9 दिसम्बर 2021

9 दिसम्बर 2021

Jyoti

Jyoti

👌

6 दिसम्बर 2021

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

सरोज जी बहुत बहुत धन्यवाद 🌹🌹

15 नवम्बर 2021

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

शब्द की समस्त निर्णायक टीम और सभी पाठकों को मेरी तरफ से बहुत- बहुत धन्यवाद।🙇🙇

15 नवम्बर 2021

Saroj verma

Saroj verma

बधाई हो मैम🙏🙏😀😀💐💐

15 नवम्बर 2021

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

बहुत शुक्रिया दिनेश जी 🙇🙇

11 नवम्बर 2021

Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

बहुत ही सुन्दर

11 नवम्बर 2021

वणिका दुबे "जिज्जी"

वणिका दुबे "जिज्जी"

बहुत ही सुंदर रचना

10 नवम्बर 2021

61
रचनाएँ
🌹 आरज़ू 🌹
4.9
मेरी किताब आरज़ू मेरे दिल में उठते हुए रंग बिरंगे जज़्बातों का आईना है अपने जज़्बात को मैंने कभी कविता तो कभी लेख के रूप में पिरोया है और कोशिश की है कि मैं अपनी रचनाओं द्वारा पाठकों का हौसला बढ़ा सकूं...... उनका मार्गदर्शन कर सकूं,,,, उदास हो तो उनके लबों पर मुस्कान आ जाए,,। बस यही प्रयास इस पुस्तक द्वारा किया गया है....🌹🌹🌹🌹 ख़ुद ही को कर बुलंद इतना कि हर तदबीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रजा़ क्या है -------🌹-------
1

खुला आसमान ( प्रसिद्धि की महत्वाकांक्षा)

19 अक्टूबर 2021
31
14
21

<p>कौन कहता है कि आसमान में<br> सुराग़ नहीं हो सकता

2

हसरत है मेरी

20 अक्टूबर 2021
14
10
8

<p>🌹तुम्हारी आँखों से<br> मैं देखूं दुनिया<br> ये ज़रूरी तो नहीं,<br> तुम से आग

3

यादों की बारात

21 अक्टूबर 2021
14
9
10

<p>🙇🙇 बहुत दिनों बाद फुर्सत के चंद लम्हे किस्मत से मिले थे मुझे ! या यूं समझो आज छुट्टी का द

4

🌹मेरी महत्वाकांक्षा 🌹

21 अक्टूबर 2021
9
6
9

<p>🌹 लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती।<br> कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती<br> (सोहनलाल द्वि

5

पंछी बनूं उड़ती फिरूं

22 अक्टूबर 2021
9
8
9

<p>पंछी बनूं उड़ती फिरूं मस्त गगन में,<br> आज मैं आज़ाद हूं दुनिया के चमन में<br> <br> जब मैं आज से

6

मायके से ससुराल तक का सफर

23 अक्टूबर 2021
7
6
6

<p>डोली चढ़ के दुल्हन<br> ससुराल चली डोली चढ़कर <br> आगे एक नई जिंदगी है<br> तो पीछे गुज़रा हुआ एक <

7

महिला शक्ति

24 अक्टूबर 2021
10
8
9

<p> </p> <p>🌹फूल की पत्ती से काट सकती हूँ <br> मैं हीरे का जिगर।पहाड़ की चोटी से<b

8

दोस्त- ऐ -मुख़लिस (मन का मीत)

25 अक्टूबर 2021
8
5
6

<p>🌹<br> जो न खेले कभी मेरे एहसासो<br> जज़बात से बिन कहे वाकि़फ रहे <br> मेरे हालात से ,<br>

9

बारिश की बूंदे

29 अक्टूबर 2021
10
6
9

<p>🌹बारिश की बूंदे होती है क्या <br> पूछो किसी गरीब से।<br> बारिश की बूंदे........!<br> <br> 🌹 छप

10

माथे की बिंदिया (मन का मीत)

29 अक्टूबर 2021
12
9
10

<p>🌸जो कुछ कहना चाहती है तू<br> वो सब आयां है मुझ पर,<br> <br> 🌸उदास होक

11

चिराग तले अंधेरा

30 अक्टूबर 2021
7
6
7

<p>🌹शोहरत उसके नाम की <br> बज़्म में हो रही है बहुत<br> बस अपने ही शहर में वो <br> गुमनाम रह गया।<b

12

मेरी बीवी

30 अक्टूबर 2021
18
12
6

<p>🌸बारूद का ढ़ेर है मेरी बीवी <br> गज़ल का शेर है मेरी बीवी ।<br>

13

आरज़ू

31 अक्टूबर 2021
6
6
5

<p> 🌹परवर दिगारे आलम<br> सुनले मे

14

दस्तूर ए वफ़ा

31 अक्टूबर 2021
7
7
9

<p>🌹एक बार तो परदेस से तुम

15

दिवाली का नज़ारा

1 नवम्बर 2021
6
4
6

<p>ख़त्म करो अब भयानक रातों की कहानी<br> दिल चाहता है हो अब खु़शियों की रवानी।<br> <br> न छेड़ो बार

16

शिकारी

2 नवम्बर 2021
7
8
10

<p>क़दम क़दम पर जाल बिछाए बैठे हैं शिकारी<br> क़ुवते परवाज़ को उसकी कुचलने के लिए<br> &

17

जब दादी हो प्रिंसिपल स्कूल की

5 नवम्बर 2021
8
6
6

<p>🌹आप लोग तो पढ़ें होंगे,<br> सब के सब नर्सरी स्कूल में,<br> मेरा स्कूल था घर ही मेरा ,<br> मिलती

18

मेरी रेल यात्रा

6 नवम्बर 2021
8
5
6

<p>🌹याद है आज भी मुझे<br> रेल का वह सफर <br> जब हम पहली बार ग

19

यादगार ईद

10 नवम्बर 2021
15
9
12

<p>🙇🙇 साथियों सभी को छठ की ढेरों शुभकामनाएं</p> <p>आज मैं आपके सामने अपने बचपन की एक बहुत ही छोटी-

20

निल बटे सन्नाटा

11 नवम्बर 2021
6
6
6

<p>🌹पहले तो मां-बाप बच्चे<br> और उनका परिवार रहते हैं <br> मिलजुल कर सभी। <br> <br> 🌹यहां तक कि उ

21

यह है मेरी ज़मीं मेरा आसमां

13 नवम्बर 2021
12
11
12

<p><br> <br> 🍀ज़मी से जुड़े है जो अपनी यहाँ, <br> मिटा पाएगा न कोई उनका जहाँ।<br> <br> 🍀रेज़ा रे

22

मुझे आक्रोश है उन्हीं पर

14 नवम्बर 2021
10
8
10

<p>🌹आक्रोश की जगह जो ,<br> आक्रोश दिखाते नहीं है,<br> मूक दर्शक होते हैं बस ,<br> और कुछ करते नहीं

23

हर उम्र एक ग़ज़ल है

15 नवम्बर 2021
8
7
10

<p>कभी मौजों की रवानी ज़िंदगी<br> तो कभी ग़ल्तियों की पशेमानी,<br> <br> कभी ग़मो का सैलाब है ज़िंदग

24

बच्चे मन के सच्चे

16 नवम्बर 2021
21
13
11

<p>बच्चे मन के सच्चे सारे जग की आंख के तारे <br> ये वह नन्हे फूल हैं जो भगवान को लगते प्यारे।<br> बच

25

ख़ुशनुमा ज़िन्दगी

17 नवम्बर 2021
8
7
7

<p>🌹रास्ते कितने भी अंधेरे क्यों नहों<br> अच्छा हम सफर हो साथ तो,<br> मंजिल मिल ही जाती है।<br> <b

26

लगती हो मुझको हसीन

18 नवम्बर 2021
10
9
11

<p>⚘जब भी देखती हूँ मैं आइने में कभी <br> लगती हूँ मैं उसको और भी हसीन,<br> <br> ⚘बारह

27

फानूस के पर्दे में क़ैद होकर क्षमा

19 नवम्बर 2021
9
7
10

<p>फानूस के पर्दे में क़ैद रहके क्षमा<br> कहती है परवाने से कुछ कर रिहाई <br> के लिए ख़ुद को फ

28

ग़रूर

20 नवम्बर 2021
8
8
10

<p><br> ⚘ग़रूर तोड़ा था मैंने जिसका कभी <br> सोचता था वो शहनश

29

🤔🤔 काश.....

28 नवम्बर 2021
11
8
11

<p>🙇🙇आदाब व सुप्रभात !<br> मुस्कुराऊं भी अगर तो भीग जाती है नज़र..........!<br> बहुत दिल दुखता है

30

जोरु का ग़ुलाम चाहिए 😁🙈🙈

30 नवम्बर 2021
8
5
9

<p>🙈🙈😂😂</p> <p>🌹कल अपनी खिड़की से,</p> <p>मैंने देखा उनके रसोई की</p> <p>खिड़की में झांक कर....

31

खुशबू तेरी

30 नवम्बर 2021
7
6
7

<p>🌹ऐ ख़ुदा मैंने तुझे कभी देखा तो नहीं<br> पर हर रंगो बू में है शामिल ख़ुशबू तेरी।<br>

32

हर एहसास में बसा है तू

30 नवम्बर 2021
7
6
7

<p>🌹 हर एहसास में बसा है तू, 🌹<br> जिस्म में रूह की तरहं,<br> तेरे

33

दादी की थपकी

2 दिसम्बर 2021
7
6
8

<p>🌹यादें हैं कुछ बचपन की पुरानी<br> अपनी गोदी में सर रखकर<br> सुनाती थी वह मुझको <br> यह कहा

34

दहेज का पिटारा

3 दिसम्बर 2021
7
4
7

<p>🙇ब्याह के किसी की लख़्ते जिगर को <br> वह कमीना इस क़दर पीट रहा है।<br> <br> 🙇 बूढ़े हैं मां-बा

35

अंधेरे रास्ते

3 दिसम्बर 2021
8
8
11

<p>🌷रास्ते कितने भी अंधेरे क्यों नहों<br> अच्छा हम सफर हो साथ तो,<br> मंजिल मिल ही जाती है।<br> <b

36

मन बांवरा हो गया है

3 दिसम्बर 2021
9
7
11

<p>🌹मन बावरा हो गया है<br> सपना दिखा रहा है...😃😃<br> <br> 🌹पायलट बन गई हूं प्लेन उड़ा रही हूं,<

37

कितना अविश्वसनीय है

3 दिसम्बर 2021
7
7
8

<p>कितना अविश्वसनीय है <br> आंधी,बारिश, और<br> धूप का खिलना....।<br> <br> कितना अविश्वस

38

ओ पापी तुझे धिक्कार

9 दिसम्बर 2021
4
3
5

<p>🙄ओ निर्मम,निर्दयी अत्याचारी<br> ओ ख़ूनी ,क़ातिल, बलात्कारी<br> <br> 😔धिक्कार तुझे धिक्कार<br>

39

बेनाम रिश्ता

10 दिसम्बर 2021
3
3
3

<p>🌹कुछ रिश्ते जिंदगी में होते हैं<br> बेनाम भी अजनबी<br> होते हैं।मगर<br> <br> 🌹होते हैं एकदम ख़

40

इतराती बलखाती हुई

10 दिसम्बर 2021
3
4
3

<p>समुद्र की लहरों से न खेल ए मेरे हमदम <br> यह इतराती, इठलाती, बलखाती हुई<br> इत

41

😃😃 ऐ चांद मेरे

11 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌹 ऐ चांद तूने झंगोले की फरमाइश तो<br> की बहुत, क्या चप्पल की ज़रूरत तुझको <br> पड़ी नहीं

42

डॉक्टर साहिबा वो हिंदी की

11 दिसम्बर 2021
3
2
2

<p>🌺डाॅक्टर साहिबा वो हिंदी की <br> <br> अंग्रेजी में करती हैं बात ,<br> अंग्रेजी बीच हिंदी ऐसे बो

43

जंग जीतकर

11 दिसम्बर 2021
3
3
3

<p>🌹आ रहा है जीतकर<br> जंग मेरा लाल, <br> <br> 🌹मिलने को है दिल भी<br> मेरा बहुत बेकरार ,<br> <b

44

पापा हमारे देश के...

11 दिसम्बर 2021
4
4
5

<p>🌷पापा हमारे प्रहरी हैं देश<br> &nbs

45

अपने गांव में

12 दिसम्बर 2021
6
5
5

<p>🌹अकेले ही चले गए<br> तुम अपने गांव में,<br> <br> 🌹ले जाते साथ तुम<br> हमको भी साथ में,<br> <b

46

मेरा तुम्हें सलाम

13 दिसम्बर 2021
5
4
3

<p>मज़दूर नहीं तुम बंधु हो<br> मित्र हो सगे संबंधी हो<br> करते सारे कठिन &nb

47

🇮🇳 सर ज़मीनें हिंद 🇮🇳

13 दिसम्बर 2021
5
4
3

<p>ऐ सर ज़मीनें हिन्द <br> मुझे तुझसे प्यार है <br> दिल क्या चीज़ है <br> जान भी तुझ पर<br> निसार है

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क्या पता था एक दिन 😃😃

13 दिसम्बर 2021
3
3
3

<p>🌹क्या पता था कि एक दिन<br> ऐसा भी आएगा.....!<br> <br> 🌹मिलने मुझसे,वह <br> इनबॉक्स में आएगा,<b

49

नहीं रहना है मुझे गांव में

14 दिसम्बर 2021
1
1
1

<p>कोई उनको जाकर दे आए यह ख़बर<br> आज आ जाएं मिलने वो हमसे शाम में<br> <br> याद करते हैं उनको अब दि

50

हम भी हैं आपकी संतान

14 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌻दया करो ,दया करो,<br> दया करो भगवान,<br> आखिर हम भी हैं <br> आपकी संतान ।<br> आपकी

51

बचपन हो बुढ़ापा या जवानी

14 दिसम्बर 2021
1
1
1

<p>🌹बचपन हो बुढ़ापा हो या हो जवानी<br> दिल हर रंग में गढ़ता है बस एक <br> नई ही कहानी ।<br> <br> �

52

दिल-ए-नादान

14 दिसम्बर 2021
2
2
1

<p>🌷दिल-ए-नादान तू <br> समझता ही नहीं,<br> <br> 🌷 क्या हासिल होगा ,<br> तुझे जाने से वहां ।<br> <b

53

मेरे पुरखों की हवेली

14 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌹वहां कोई नहीं रहता<br> मैं रहती थी जहां,<br> <br> 🌹मेरे पुरखों की हवेली, <br> मेरे बाप दादा का

54

मासूम जान

14 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌹एक मासूम जान फंसी है भवर में <br> दरिंदे हैं हजार हमदर्द नहीं कोई<br> <br>

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वानर सेना

14 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌹नन्हे मुन्ने प्यारे प्यारे ,<br> खेल रहे हैं साथ हमारे,<br> <br> 🌹 कोई मांगे पूरी कचोरी, <br>

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जिस रंग में चाहो,,,,,,,,

14 दिसम्बर 2021
2
2
2

<p>🌹 बचपन हो बुढ़ापा हो,<br> या हो जवानी ,<br> तु

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मुझे मालूम ना था,,,

14 दिसम्बर 2021
4
3
2

<p>🌷 तुम ही मुझको रुलाओगे<br> ऐ दोस्त मुझे मालूम न था<br> <br> तुम्हें अपना बनाया था <br> मन मंदिर

58

दहेज एक लानत

18 फरवरी 2022
1
1
1

🙇💐💐 दहेज लेंगे ना दहेज देंगे इस क़सम को हमें खाना होगा आज नहीं तो कल समाज को दहेज मुक्त बनाना होगा प्यारे साथियों हम सभी जानते हैं दहेज एक लानत है कोढ़ है अभिशाप है..... हजा़र कानून बना लें.....

59

घरेलू हिंसा और महिलाएं

9 अगस्त 2022
5
5
7

ब्याह के किसी की लख़्ते जिगर को वह कमीना इस क़दर पीट रहा है। 🙇 बूढ़े हैं मां-बाप सह न पायेंगे सोचकर मासूम ने सब्र किया है 🙇रुकते नहीं आंसू देख  ये नजा़रा क्यों दुनिया को चाहिए दहेज का पिटारा 🙇कुचल

60

मखाना पाग

19 अगस्त 2022
1
2
1

मखाना पाग जन्माष्टमी के अवसर पर,,,आज मेरी रसोई में बन रहा है मखाना पाग,,,, यह बहुत आसानी से बन जाता है तो आइए बनाते हैं मखाना पाग,,,‌ आवश्यक सामग्री दो कप मखाने। चौथाई कप भी चीनी । 1 कप दूध

61

युवा भारत

25 अगस्त 2022
3
3
3

इमारत वही टिकती है जिसकी नींव पक्की है युवा नेतृत्व के हाथ में ही देश की तरक्की है 😊कुछ समय पहले ही मैंने यह पंक्तियां पढ़ी थीं,,,, और मेरा मानना भी यही है हमारे देश की उन्नति प्रगति खुशी और खुशहाल

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