आज 'ख़बर अब तक' एक ऐसा खुलासा करने जा रहा है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगें। आज हम 70 साल पुरानी सोना, चांदी व हीरा के स्वर्ण आभूषण की विश्वसनीय प्रतिष्ठान की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करने जा रहे हैं। आज हम आपको एक ज्वेलर्स कंपनी के मालिक का ऐसा स्टिंग ऑपरेशन दिखाने जा रहे है जिसे देखकर आप सन्न रह जाएंगे।
टीवी, रेडियो, अख़बार या फिर इंटरनेट हो हर जगह एक विज्ञापन देखने, सुनने और पढ़ने को मिलता है कि सोना खरीदने से पहले हालमार्क का निशान जरूर देखें।
दरअसल भारतीय मानक ब्यूरो ने सोने और चांदी की शुद्धता की परख के लिए हालमार्किंग की ब्यवस्था की है। इस समय देश के लगभग हर प्रमुख शहरों में हालमार्किंग सेंटर हैं जहां से भारतीय मानक ब्यूरो बीआईएस से लाइसेंस प्राप्त आभूषण विक्रेता अपने आभूषणों की हालमार्किंग करवाते हैं। इसके साथ ही साथ देश में नकली हालमार्क युक्त आभूषणों का कारोबार भी फल फूल रहा है।
'ख़बर अब तक' के जाबाद रिपोर्टरों की टीम ने नकली हालमार्क का काला धंधा करने वाले एक गिरोह के सरगना का स्टिंग ऑपरेशन किया है।
'ख़बर अब तक' के जाबाद रिपोर्टरों की टीम ने नकली हालमार्क का काला धंधा करने वाले एक गिरोह के सरगना का स्टिंग ऑपरेशन किया है।
सबसे पहले आप यह स्टिंग देखिए.. http://khabarabtak.com/LiveVideo.aspx?id=1
यह स्टिंग ऑपरेशन बेचूलाल विनोद कुमार ज्वैलर्स प्रा. लि. गोरखपुर के मालिक गौरव सर्राफ का है। इस ज्वेलर्स को करीब से जानने वाले यह दावा करते हैं कि इसका यह कारोबार उत्तर प्रदेश और बिहार के तमाम जिलों तक फैला हुआ है।