मौसम विभाग ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित 16 राज्यों के कुछ इलाकों में गुरुवार और शुक्रवार को तेज बारिश की चेतावनी जारी की है. विभाग द्वारा 26 अगस्त तक के लिए जारी बारिश संबंधी पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में गुरुवार को तेज बारिश की आशंका व्यक्त की गई है.
विभाग ने शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है. इस दिन उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, असम और मेघालय के कुछ इलाकों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की गयी है. मौसम विभाग ने इन इलाकों में आगामी 26 अगस्त तक भारी से भारी बारिश होने के पूर्वानुमान के आधार पर चेतावनी जारी की है.
5 राज्यों में बारिश से हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान देश में केरल सहित पांच राज्यों में इस साल बारिश के कारण जान माल की व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है. इनमें तीन राज्यों असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में बारिश का स्तर अनुमानित सामान्य से कम दर्ज किए जाने के बावजूद भारी नुकसान हुआ है.
बारिश से जुड़े मौसम विभाग के 21 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार केरल और कर्नाटक में सामान्य से क्रमश: 41 प्रतिशत और तीन प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई जबकि असम में अनुमानित सामान्य स्तर से 27 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 20 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत कम बारिश दर्ज होने के बावजूद इन राज्यों में बारिश के कारण भारी पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है.
बारिश जनित आपदा से जुड़ी आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट के अनुसार केरल में इस साल मूसलाधार बारिश के कारण राज्य के 14 जिलों में सर्वाधिक नुकसान हुआ. राज्य में एक जून से 21 अगस्त तक बारिश के सामान्य स्तर, 1688.2 मिमी की बजाय 2387 मिमी बारिश दर्ज की गई. इससे उत्पन्न बाढ़ की चपेट में आने से न सिर्फ 373 लोगों की मौत हो गयी बल्कि 42632.73 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल भी नष्ट हुई.
इसके बाद कर्नाटक में बारिश के सामान्य अनुमानित स्तर 621.1 मिमी की तुलना में तीन प्रतिशत अधिक, 641.4 मिमी बारिश हुई. इससे उत्पन्न बाढ़ से राज्य के 11 जिले प्रभावित हुए. बारिश जनित आपदा की चपेट में आने से 161 लोगों की मौत हुई और 3521 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल नष्ट हो गयी.
पश्चिम बंगाल को उठाना पड़ा जानमाल का नुकसान
इसके अलावा सामान्य से कम बारिश के बावजूद पश्चिम बंगाल को जानमाल का सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बारिश के सामान्य स्तर 965.4 मिमी की तुलना में 20 प्रतिशत कम, 772.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी. आपदा प्रबंधन रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बारिश जनित आपदा से 23 जिले प्रभावित हुए.
इसमें 194 लोगों की मौत हुई और 48552.58 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल नष्ट हो गयी. वहीं, असम में बारिश के सामान्य स्तर 1120.9 मिमी से 27 प्रतिशत कम, 816.4 मिमी बारिश दर्ज किये जाने के बावजूद बारिश जनित आपदा की चपेट में आने से 46 लोगों की मौत हो गयी और 27630.55 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल बर्बाद हो गई.
उत्तर प्रदेश में भी इस साल बारिश के सामान्य अनुमानित स्तर 583.1 मिमी की तुलना में 12 प्रतिशत कम, 512.1 मिमी बारिश दर्ज की गई. राज्य के 15 जिले बारिश जनित आपदा से प्रभावित हैं. कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के इन जिलों में 39428.47 हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसल नष्ट हुई और अब तक 195 लोगों की मौत हो गई.
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एक जून से 21 अगस्त तक केरल और तेलंगाना में सामान्य से अधिक (अनुमानित स्तर की तुलना में 20 से 59 प्रतिशत अधिक) बारिश दर्ज की गयी है. जबकि 20 राज्यों (राजस्थान, तमिलनाडु और उड़ीसा आदि) में सामान्य (अनुमानित स्तर की तुलना में 19 प्रतिशत कम या 19 प्रतिशत अधिक) बारिश हुई है. इसके अलावा 12 राज्यों (बिहार, झारखंड, दिल्ली हरियाणा, पश्चिम बंगाल और असम सहित पूर्वोत्तर के अन्य राज्य) में कम (अनुमानित स्तर की तुलना में 20 से 59 प्रतिशत कम) बारिश दर्ज की गई.
अत्यधिक कमी (अनुमानित स्तर की तुलना में 60 से 99 प्रतिशत कम) की श्रेणी के दायरे में सिर्फ मणिपुर है. मणिपुर में अनुमानित सामान्य स्तर से 67 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी है. यह देश में अब तक सबसे कम बारिश वाला राज्य है.
अगले दो दिन में दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत 16 राज्यों में तेज बारिश की चेतावनी