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पञ्चांग
गुरुवार,
18 अक्टूबर 2018 – नई दिल्ली
विरोधकृत
विक्रम सम्वत 2075 / दक्षिणायन
शारदीय
नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएँ
सूर्योदय : 06:23 पर तुला
में / चित्रा नक्षत्र
सूर्यास्त : 17:48 पर
चन्द्र राशि : मकर
चन्द्र नक्षत्र : श्रवण 24:33 तक, तत्पश्चात धनिष्ठा
तिथि : आश्विन शुक्ल नवमी 15:28 तक, तत्पश्चात आश्विन शुक्ल दशमी / नवम नवरात्र / देवी के सिद्धिदात्री
रूप की उपासना / सरस्वती विसर्जन / सन्धि पूजा
करण : कौलव 15:28 तक, तत्पश्चात तैतिल 28:45 (गुरूवार को सूर्योदय से पूर्व 04:45) तक, तत्पश्चात गर
योग : धृति 09:45 तक, तत्पश्चात शूल
राहुकाल : 13:31 से 14:55
यमगंड : 06:27 से 07:52
गुलिका : 09:17 से 10:41
अभिजित मुहूर्त : 11:43 से 12:29
अन्य : शुक्र तुला में वक्री
विशेष :
गुरूवार 18 अक्टूबर को 15:28 तक आश्विन
शुक्ल नवमी है और उसके बाद दशमी तिथि का आगमन होगा | कुछ लोग इस दिन भी विजया दशमी की पूजा करना चाहेंगे | जो
अगले दिन सायंकाल पाँच बजकर 57 मिनट तक रहेगी | इस
विषय में स्पष्टीकरण पहले भी दिया जा चुका है | अपनी सुविधा के अनुसार
दोनों ही दिन अपराजिता देवी की उपासना की जा सकती है | विजया दशमी की पूजा में
श्रवण नक्षत्र का भी विशेष महत्त्व माना जाता है | श्रवण नक्षत्र 18 अक्टूबर की
अर्द्धरात्रि तक रहेगा | इसलिए जो लोग श्रवण नक्षत्र और दशमी तिथि को महत्त्व देते
हुए तथा अपराह्न काल में विजयादशमी की पूजा करेंगे उनके लिए 18 अक्टूबर को अपराह्न
काल में पूजा करना उचित रहेगा | किन्तु जो लोग प्रातःकाल पूजा करना चाहते हैं उनके
लिए 19 अक्टूबर ही उचित रहेगा | Astrologers की ऐसी मान्यता है कि विजया दशमी एक
ऐसा मुहूर्त होता है जिस दिन बिना मुहूर्त देखे भी कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता
है |
4 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्म | शिक्षा दीक्षा उत्तर प्रदेश के ही जिला बिजनौर के नजीबाबाद में सम्पन्न |
शिक्षा दीक्षा : संस्कृत तथा तबला में पोस्ट ग्रेजुएशन, गायन तथा कत्थक में ग्रेजुएशन, गुरु शिष्य परम्परा में गायन-तबला तथा जयपुर घराने के कत्थक की शिक्षा, भारतीय दर्शन में पी एच डी |
आकाशवाणी नजीबाबाद से उदघोषण, संगीत संयोजन, लेखन, संगीत रूपक इत्यादि विधाओं के चलते 7 वर्ष तक जुड़ाव | इस बीच लगभग पाँच वर्ष तक रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और गढ़वाल विश्वविद्यालयों में संस्कृत अध्यापन |
1983 से विवाह के बाद से आज तक ज्योतिष और योग से सम्बन्धित अनेक पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद, साथ ही 35 वर्षों से भी अधिक के अनुभव के साथ एक लब्ध प्रतिष्ठ ज्योतिषी |
कुछ प्रसिद्ध मीडिया कम्पनियों के लिए भी लेखन कार्य | लगभग दस वर्षों तक दूरदर्शन के प्रिव्यू पैनल पर एक्सपर्ट के रूप में कार्य |
प्रकाशित कार्य:
• बचपन से ही लेखन में गहन रूचि के कारण अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेख लिखने का सौभाग्य |
• 2006 में अरावली प्रकाशन दिल्ली से देवदासियों के जीवन संघर्षों पर आधारित उपन्यास “नूपुरपाश” प्रकाशित |
• 2006 में ही व्यक्तिगत और सामाजिक अनुभवों पर आधारित प्रथम काव्य संग्रह “मेरी बातें” हिन्दी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से अनमोल प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित |
• भारत के मध्यमवर्गीय परिवारों में नारियों के संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करता उपन्यास “सौभाग्यवती भव” नाम से 2008 में भारतीय पुस्तक परिषद दिल्ली से प्रकाशित |
• बयार के समान उन्मुक्त भाव से प्रवाहित होती निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर रहती महिलाओं पर ही आधारित उपन्यास “बयार” 2015 में एशिया पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित |
सम्प्रति:
• स्त्री-पुरुष के सम्बन्धों पर आधारित उपन्यास “विरक्त” शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है |
• अन्य अनेकों संस्थाओं की महासचिव रहने के बाद सम्प्रति WOW (Well-Being of Women) India नामक राष्ट्रीय स्तर की संस्था की महासचिव के रूप में क्षेत्र की एक प्रमुख समाज सेविका |
संपर्क सूत्र: 302, कानूनगो अपार्टमेंट, 71 इन्द्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली –92,
मोबाइल: 7042321200
वेबसाइट : https://www.astrologerdrpurnimasharma.in/
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