ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों की मनमानी के किस्से तो आपने सुने ही होंगे. ग्राहकों को लुभाने के लिए ये कंपनियां न जाने क्या-क्या हथकंडे अपनाती हैं. इनकी मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि ये कुछ भी बेचने को तैयार हैं, चाहे उससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस ही क्यों न पहुंचे.
ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी Amazon ने तो इस बार सारी हदें ही पार कर दी हैं. तिरंगे व हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले डोरमैट बेचने के बाद Amazon पर एक बार फिर आरोप है कि वो ऑनलाइन शॉपिंग के ज़रिये स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगे टाॅयलेट सीट और टॉयलेट मैट बेच रही है. Amazon की इस करतूत के बाद सिखों के बीच आक्रोश का माहौल है. इन प्रोडक्ट्स की बिक्री को लेकर अब अमेरिका और भारत समेत अन्य देशों में विरोध शुरू हो गया है. विरोध के बाद Amazon ने कुछ उत्पाद हटाए ज़रूर हैं, लेकिन टॉयलेट की बिक्री अब भी जारी है.
दरअसल, पिछले कुछ समय से Amazon पर सेलर स्वर्ण मंदिर की तस्वीर लगे फ़िलीफ़ोम यूनिवर्सल टाॅयलेट सीट और टॉयलेट मैट बेच रहे हैं. मगर Amazon को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो क्या बेच रहे हैं. उन्हें सिर्फ़ अपनी कमाई से मतलब है चाहे इससे किसी धर्म विशेष को ठेस ही क्यों न पहुंचे.
ये मामला उस वक़्त लोगों के सामने आया जब अमेरिका के 'United Sikhs' नाम की संस्था ने ट्वीट करके Amazon के सीईओ जेफ़ बेजॉस से इस तरह के उत्पाद को वेबसाइट से तुरंत हटाने और माफ़ी मांगने की मांग की.
'United Sikhs' ने ट्वीट में कहा कि स्वर्ण मंदिर सिखों का सबसे पवित्र धार्मिक स्थल है, जबकि खंडा साहिब उनके मजहब का प्रमुख धार्मिक चिन्ह है. इससे सिखों की धार्मिक आस्थाएं आहत हुई हैं. इसलिए, इनकी तस्वीरों वाले उत्पादों को तुरंत हटाया जाए.
अमृतसर स्थित हरमिंदर साहिब यानि कि स्वर्ण मंदिर सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है. दुनियाभर से सिख और दूसरे धर्मों के लोगों की आस्थाएं भी इससे जुड़ी हैं.
एसजीपीसी ने लिखा विदेश मंत्री को पत्र
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले Amazon कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा है. एसजीपीसी के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह ने कहा कि कंपनी की इस हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. श्री हरिमंदिर साहिब आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र है. इस मामले में कार्रवाई एसजीपीसी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी पत्र भेजा है.
जब मामला धार्मिक भावनाओं को आहत करने का हो तो उसका राजनीतिकरण न हो ऐसा कैसे हो सकता है.
दिल्ली के राजौरी गार्डन से 'शिरोमणि अकाली दल' के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने Amazon को जल्द से जल्द इन प्रोडक्ट्स को हटाने और इसे बेचने वाली कंपनी को बैन करने की मांग की है. इन प्रोडक्ट्स के विवरण में भी पवित्र धार्मिक स्थल का इस्तेमाल किया गया है. बावजूद इसके ये प्रोडक्ट्स पोर्टल पर बेचे जा रहे हैं. साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द अगर ये प्रोडक्ट्स नहीं हटाए गए, तो दुनियाभर में विरोध के लिए तैयार रहें.'
पहले भी बेच चुके हैं तिरंगे व हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले डोरमैट
Amazon कंपनी इसी तरह की हरक़त पहले भी कर चुकी है. जब उसने कुछ समय पहले अपने इसी पोर्टल पर तिरंगे और हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले डोरमैट बेचे थे. उस वक़्त विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने Amazon के ख़िलाफ़ सख़्त रुख अपनाया था.
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