सूरत. एक चौंका देने वाली घटना में एक इंजीनियर ने पान-मसाला कंपनी ‘रजनीगंधा’ पर केस ठोक दिया है और केस भी इस बात के लिए क्योंकि वो पान मसाला चबाने के बावजूद धनवान और कामयाब नहीं हो पाया|
सफल होने के बाद माणिक भाई
घटना सूरत की है, जहाँ मानिक भाई शाह नामक एक इंजीनियर ने पान मसाला कंपनी रजनीगंधा पर झूठा सपना दिखाने और धोखाधड़ी करने का केस ठोक दिया है। हमने इस बारे में मानिक भाई से बात करी तो उन्होंने बताया “मैंने इंजीनियर होने के बावजूद आज तक मदिरा, सिगरेट या किसी अन्य तरह के नशे को हाथ नहीं लगाया है, इंजीनियरिंग भी अच्छे अंक से पास किया मैंने!
इस खबर का उद्देश्य केवल मनोरंजन है, यह ख़बर काल्पनिक है, यह केवल एक व्यंग है. ...
बावजूद इसके मेरी ज़िंदगी सफल नहीं हुई, फिर मैंने टीवी पर रजनीगंधा का ऐड देखा और मुझे लगा कि इसे खाने से तो मैं अवश्य सफल हो जाऊँगा! बस, फिर क्या था, मैंने इसे दो साल तक लगातार खाया!
गुटखा खाने से मेरी ज़िंदगी तो सफल नहीं हुई, हाँ मेरे दाँत ज़रूर ख़राब हो गए! अब कोई लड़की मेरी तरफ़ देखती भी नहीं, मुझे अपनी ज़िंदगी वापस चाहिए और उसके लिए मैं रजनीगंधा वालों को कोर्ट तक भी ले जाने को तैयार हूँ!” -माणिक भाई ने आखिरी गुटखा मुँह के हवाले करते हुए कहा।
रजनीगंधा वालों का लेकिन इस पर एक अलग ही विचार है। रजनीगंधा CEO प्रफुल भाई मनसुखिया ने फ़ेकिंग न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि, “देखिए! यह देखने सालों के ऊपर है कि वो क्या देख रहे हैं? हमने तो अपने एड में यह दिखाया कि सफल लोग ही हमारा पान मसाला खाते हैं लेकिन उन्होंने यह देखा कि हमारा पान-मसाला खाने से लोग सफ़ल हो जाते हैं! यानि पूरा उल्टा समझ लिया बंदे ने!
ऐसे में हमारी कोई ग़लती नहीं है, फिर भी अगर उसने हम पर केस कर ही दिया है तो हम उसे 70 लाख का मुआवजा देकर देकर सफल बना देंगे! इस से हमारे पान मसाले का और भी ज़्यादा नाम हो जाएगा!”
अब दाँत खराब कर के ही सही लेकिन माणिक भाई शाह को ‘रजनीगंधा’ से सफलता ज़रूर मिल गयी है।
'रजनीगंधा' खाकर भी सफ़ल नहीं हुआ युवक तो कर दिया कंपनी पर केस