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जाने कब.............

21 अगस्त 2019

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जाने कब नज़र बदल जाए, जो आज अपने हैं वो पराए बन जाएं। आईना भी संभल कर देखना , जाने कब अपनी ही नजर लग जाये। ख्वाबो को दामन मे सहेज कर रखना , जाने कब किस्मत के सितारे बदल जाएं ।दर्द को भी निगाहों मे छिपा कर रखना , जाने कब दर्द ही दवा बन जाये। हवाओं से भी शर्त लगा लेना , जाने कब हम हवाओं से भी आगे निकल जाएं। परिन्दों सी उड़ान भरना , जानें कब आकाश कदमो तले आ जाए। रात को भी अपनी तक़दीर समझना, फिर जानें कब सुबह हो जाएं, जानें कब मौसम बदल जाएं, आज पतझड़ है कल बहार आ जाए।

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सपने........

22 अगस्त 2019
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नन्हे-मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है?मुट्ठी में हैं सपने हमारे-समग्र विश्व में सबसे प्यारा देश हमारा होगा,शांति का, उन्नति का, प्रेम का उजियारा होगा,वहां ना आतंक का साया होगा,ना ही भ्रष्टाचार छाया होगा,वहां ना बेरोजगारी होगी,ना ही कोई लाचारी होगी,वहां मज़हब की कोई दीवार ना होगी,ना ही सच्चाई की

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